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EU उपयोगकर्ता सहमति नीति से संबंधित सहायता वनिता कासनियां पंजाब द्वारा यह नीति क्यों बनाई गई है और कहां लागू होती है?यह नीति, निजता से जुड़े दो यूरोपीय कानूनों की कुछ ज़रूरी शर्तों के बारे में बताती है: सामान्य डेटा से जुड़े सुरक्षा कानून (जनरल डेटा प्रोटेक्शन रेगुलेशन) (जीडीपीआर) और ई-निजता निर्देश. इनके अलावा, यह यूनाइटेड किंगडम (यूके) में निजता से जुड़े ऐसे अन्य कानूनों के बारे में भी बताती है. ई-निजता निर्देश और प्रस्तावित ई-निजता रेगुलेशन, दोनों अलग-अलग हैं. फ़िलहाल, यहां हम ई-निजता निर्देश के बारे में बात करेंगे. ये कानून, यूरोपियन इकनॉमिक एरिया (ईईए) और यूके में रहने वाले असली उपयोगकर्ताओं पर लागू होते हैं. ईईए में ईयू (यूरोपीय संघ) के सदस्य देश और आइसलैंड, लिचेंस्टाइन, और नॉर्वे आते हैं.इस नीति का मूल वर्शन साल 2015 में आया था. इसे 25 मई, 2018 को सामान्य डेटा से जुड़े सुरक्षा कानून (जनरल डेटा प्रोटेक्शन रेगुलेशन) (जीडीपीआर) के लागू होने के बाद अपडेट किया गया था.अगर मैं ईईए या यूके में मौजूद प्रकाशक या विज्ञापन देने वाला व्यक्ति हूं, तो क्या मुझे सभी उपयोगकर्ताओं के लिए बनाई गई इस नीति का पालन करना होगा?Google की ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति, सिर्फ़ ईईए या यूके में रहने वाले असली उपयोगकर्ताओं पर लागू होती है.Google कैसे पक्का करेगा कि इस नीति का पालन हो रहा है?इन नीतियों के पालन के लिए हमारा तरीका उन साइटों और ऐप्लिकेशन की समीक्षा करना है जो हमारी विज्ञापन सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं. हमने भी 2015 में नीति पेश किए जाने के बाद से ऐसा ही किया है. हमारे समीक्षक, एक उपभोक्ता की तरह ही किसी साइट या ऐप्लिकेशन पर जाते हैं. हम उसमें दी गई जानकारी और मिली हुई सहमतियों को देखते हैं.हमारे लिए सबसे ज़रूरी है कि पार्टनर की साइट या ऐप्लिकेशन में नीति का पालन सही तरीके से हो. इसके लिए हम उनके साथ मिलकर काम करते हैं. हम मानते हैं कि सहमति लेने के कई तरीके हो सकते हैं और अपनी तरफ़ से इस बारे में कोई निर्देश भी नहीं देते. हम सिर्फ़ इतना चाहते हैं कि नीति का पालन सही तरीके से होता रहे. अगर हमें पता चलता है कि कोई पार्टनर हमारी नीतियों का पालन नहीं कर रहा है, तो हम सबसे पहले पार्टनर से संपर्क करेंगे और उन्हें इस समस्या के बारे में बताएंगे. इसके बाद, हम पार्टनर के साथ मिलकर काम करेंगे, ताकि नीति का पालन सही तरीके से हो.जैसा कि हम साल 2015 से करते आए हैं, साइटों या ऐप्लिकेशन को कोई भी ज़रूरी बदलाव करने के लिए एक तय समय दिया जाता है. हालांकि, अगर पार्टनर हमसे बातचीत नहीं करता या तय समय के दौरान अच्छी भावना से नीति का पालन करने की कोशिश नहीं करता, तो उस पार्टनर के खाते (खातों) पर कार्रवाई की जा सकती है. इसके तहत, खाते को निलंबित भी किया जा सकता है.मुझे असली उपयोगकर्ताओं को किस तरह की जानकारी देनी है?हमारी नीति के मुताबिक, हर उस पक्ष की पहचान ज़रूरी है जिन्हें असली उपयोगकर्ता का निजी डेटा मिलता है. यह डेटा उन्हें Google के प्रॉडक्ट इस्तेमाल करने पर मिलता है. इस नीति के तहत असली उपयोगकर्ताओं के निजी डेटा का इस्तेमाल कैसे किया जाएगा, इसकी ज़रूरी और आसानी से उपलब्ध होने वाली जानकारी भी दी जानी चाहिए. हमने इस बारे में जानकारी प्रकाशित की है कि Google जानकारी का इस्तेमाल कैसे करता है. हमारा सुझाव है कि Google उपयोगकर्ता के डेटा का इस्तेमाल किस तरह करता है, इस बारे में जानकारी ज़ाहिर करने के नियमों (जवाबदेही) का पालन करने के लिए उस पेज से लिंक करें. विज्ञापन टेक्नोलॉजी से जुड़ी सेवा देने वाली जो भी कंपनियां अपनी सेवाओं के लिए Google प्रॉडक्ट का इस्तेमाल करती हैं, हम उनसे भी निजी डेटा इस्तेमाल करने के तरीके बताने के लिए कह रहे हैं.पार्टनर के लिए ऐसी चेकलिस्ट जिसमें सहमति लेने के तरीकों को लागू करते समय होने वाली आम गलतियों से बचने के तरीके बताए गए हैंये सिर्फ़ उदाहरण हैं न कि तरीकों की पूरी सूची. हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि आपकी कार्रवाई Google की नीतियों के मुताबिक होनी चाहिए.क्या आपने उपयोगकर्ताओं को यह बता दिया है कि जब वे आपकी साइट/ऐप्लिकेशन पर निजी डेटा को इकट्ठा करने की सहमति देते हैं, तब उनके डेटा का इस्तेमाल किस तरह किया जाएगा. उदाहरण के लिए, क्या उन्हें पता है कि उनके निजी डेटा का इस्तेमाल उनके हिसाब से विज्ञापन दिखाने में किया जाएगा? साथ ही, क्या वे जानते हैं कि उनके हिसाब से दिखाए जाने वाले विज्ञापन या उनके हिसाब से न दिखाए जाने वाले विज्ञापन में कुकी का इस्तेमाल भी हो सकता है?क्या आपने इस बात की जांच की है कि जब किसी भी ईईए देश के उपयोगकर्ता आपकी साइट/ऐप्लिकेशन पर आते हैं, तब उन्हें आपकी सहमति की सूचना दिखती है या नहीं?क्या सहमति देने के लिए, उपयोगकर्ताओं को “ठीक है” या “सहमत हूं” बटन पर क्लिक करने जैसी किसी कार्रवाई का विकल्प दिया गया है?क्या आपने यह जानकारी दी है कि अपनी साइट/ऐप्लिकेशन पर उपयोगकर्ता का जो डेटा आप इकट्ठा करते हैं उसका ऐक्सेस तीसरे पक्ष की किन कंपनियों (Google समेत) के पास होगा?क्या आपने उपयोगकर्ताओं को यह जानकारी दी है कि जब वे आपकी साइट/ऐप्लिकेशन पर सहमति देंगे, तब Google उनके निजी डेटा का इस्तेमाल किस तरह करेगा? उदाहरण के लिए, उपयोगकर्ताओं को Google की निजता नीति और सेवा की शर्तों की साइट का लिंक देना. इसके अलावा, क्या इस बात की भी जानकारी दी गई है कि तीसरे पक्ष की कंपनियां उनके निजी डेटा का इस्तेमाल कैसे करेंगी?अगर आप सिर्फ़ लोगों के हिसाब से न दिखाए जाने वाले विज्ञापनों से कमाई करते हैं, तो आपको कुछ कदम उठाने होंगे. क्या आपने उन जगहों के उपयोगकर्ताओं से कुकी या डिवाइस की अन्य लोकल स्टोरेज में मौजूद पहचान बताने वाली जानकारी (उदाहरण के लिए, मोबाइल डिवाइस पहचानकर्ता) इस्तेमाल करने की सहमति ले ली है जहां ऐसा करना कानूनी तौर पर ज़रूरी है? कृपया ध्यान दें कि वेबसाइटों पर लोगों के हिसाब से न दिखाए जाने वाले विज्ञापनों के लिए भी, कुकी की ज़रूरत होती है.अगर आप विज्ञापनों को दर्शकों के हिसाब से बनाने के लिए, निजी डेटा को इकट्ठा करने, उन्हें शेयर करने, और उनका इस्तेमाल करने जैसी सुविधाओं को बंद करने के साथ-साथ, विज्ञापनों को सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा के साथ सिर्फ़ Ad Manager और AdMob इंप्रेशन से कमाई करते हैं, तो Google असली उपयोगकर्ताओं के डिवाइस पर कुकी, उपयोगकर्ता की पहचान करने वाली जानकारी या इस तरह के किसी लोकल स्टोरेज को ऐक्सेस नहीं करता. ध्यान दें कि विज्ञापन की सेवा देने वाली टेक्नोलॉजी (हमारे JavaScript टैग और/या हमारे SDK टूल कोड), अब भी उपयोगकर्ताओं के ब्राउज़र और मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम की सामान्य कार्रवाई के तौर पर कैश या इंस्टॉल किए जाएंगे. जैसा कि Google की 'ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति' में बताया गया है, यह सुविधा कुकी या अन्य लोकल स्टोरेज का इस्तेमाल नहीं करती. इसका मतलब यह है कि आप नीति के मुताबिक इस सुविधा का इस्तेमाल तब भी कर सकते हैं, जब असली उपयोगकर्ता से सहमति का अनुरोध न किया गया हो या उस अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया हो. आपको अपने अधिकार क्षेत्र में लागू स्थानीय कानून के आधार पर, ज़रूरी सूचना और सहमति के साथ-साथ नीतियों के पालन से जुड़ी अपनी जवाबदेही का आकलन करना चाहिए. इस सुविधा से जुड़ी ज़्यादा जानकारी के लिए, Ad Manager और AdMob सहायता केंद्र देखें.अगर आप IAB (आईएबी) से प्रमाणित CMP (सीएमपी) का इस्तेमाल करते हैं, तो क्या आपने वेंडर के तौर पर “Google विज्ञापन प्रॉडक्ट” को शामिल किया है?अगर मैं असली उपयोगकर्ताओं के निजी डेटा का इस्तेमाल लोगों के हिसाब से दिखाए जाने वाले विज्ञापनों को दिखाने के लिए न करना चाहूं तो क्या होगा?हमने एक नई सुविधा लॉन्च की है जिसकी मदद से, आप लोगों के हिसाब से दिखाए जाने वाले विज्ञापनों की सुविधा बंद कर सकते हैं. कृपया ध्यान दें कि वेबसाइटों या ऐप्लिकेशन पर, लोगों के हिसाब से न दिखाए जाने वाले विज्ञापनों के लिए भी, कुकी या मोबाइल से पहचान बताने वाली जानकारी (मोबाइल आइडेंटिफ़ायर) की ज़रूरत होती है. जहां भी कानूनी तौर पर ज़रूरी होगा, वहां आपको कुकी या मोबाइल से पहचान बताने वाली जानकारी (मोबाइल आइडेंटिफ़ायर) का इस्तेमाल करने के लिए सहमति लेनी ज़रूरी है.Ad Manager और AdMob इंप्रेशन के लिए, आप विज्ञापनों को सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा के साथ कमाई करने का विकल्प भी चुन सकते हैं. जब विज्ञापनों को दर्शकों के हिसाब से बनाने के लिए, निजी डेटा को इकट्ठा करने, उन्हें शेयर करने, और उनका इस्तेमाल करने जैसी सुविधाओं को बंद करने के साथ-साथ, विज्ञापनों को सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा चालू होती है, तो Google असली उपयोगकर्ताओं के डिवाइसों पर कुकी, उपयोगकर्ता की पहचान करने वाली जानकारी या इस तरह के किसी लोकल स्टोरेज को ऐक्सेस नहीं करता. ध्यान दें कि विज्ञापन की सेवा देने वाली टेक्नोलॉजी (हमारे JavaScript टैग और/या हमारे SDK टूल कोड), अब भी उपयोगकर्ताओं के ब्राउज़र और मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम की सामान्य कार्रवाई के तौर पर कैश या इंस्टॉल किए जाएंगे. जैसा कि Google की 'ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति' में बताया गया है, यह सुविधा कुकी या अन्य लोकल स्टोरेज का इस्तेमाल नहीं करती. इसका मतलब यह है कि आप नीति के मुताबिक इस सुविधा का इस्तेमाल तब भी कर सकते हैं, जब असली उपयोगकर्ता से सहमति का अनुरोध न किया गया हो या उस अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया हो. आपको अपने अधिकार क्षेत्र में लागू स्थानीय कानून के आधार पर, ज़रूरी सूचना और सहमति के साथ-साथ नीतियों के पालन से जुड़ी अपनी जवाबदेही का आकलन करना चाहिए. ज़्यादा जानकारी के लिए, Ad Manager और AdMob सहायता केंद्रों पर जाएं.मैं असली उपयोगकर्ताओं को 'सहमति की वापसी' के लिए क्या निर्देश दूं?इस नीति के तहत असली उपयोगकर्ताओं को उन सभी तरीकों की जानकारी देना ज़रूरी है जिनके ज़रिए वे दिलचस्पी के मुताबिक, विज्ञापन दिखाने के लिए दी गई सहमति को वापस ले सकते हैं. असली उपयोगकर्ताओं को कम से कम इतनी जानकारी मिलनी चाहिए कि वे आपकी वेबसाइट या ऐप्लिकेशन में विज्ञापन कंट्रोल करने वाली सेटिंग तक आसानी से पहुंच सकें. इसके अलावा, उन्हें यह जानकारी भी दी जानी चाहिए कि Google से उपलब्ध कराए गए या अपने डिवाइस के ज़रिए सामान्य कंट्रोल (सेटिंग) तक वे आसानी से कैसे पहुंच सकते हैं.Google के किन अन्य प्रॉडक्ट पर यह नीति लागू होती है?विज्ञापनों और माप से जुड़े दूसरे प्रॉडक्ट के साथ-साथ, अन्य Google प्रॉडक्ट में भी इस नीति के बारे में बताया गया है. उदाहरण के लिए, Google Maps Platform की सेवा की शर्तें, YouTube API सेवाओं की सेवा की शर्तें, reCAPTCHA की सेवा की शर्तें और Blogger में.इस नीति के तहत, किस तरह के विज्ञापनों को दर्शकों की पसंद को ध्यान में रखकर दिखाए जाने वाले विज्ञापन माना जाता है?लोगों के हिसाब से विज्ञापन दिखाना (जिसे पहले पसंद पर आधारित विज्ञापन कहा जाता था) एक बेहतरीन टूल है. इससे उपयोगकर्ताओं को काम के विज्ञापन दिखाए जा सकते हैं. साथ ही, विज्ञापन देने वाले लोग लागत पर मुनाफ़ा (आरओआई) बढ़ा सकते हैं. हम अपने सभी प्रकाशक प्रॉडक्ट में, उपयोगकर्ता की दिलचस्पी का अंदाज़ा लगाने के लिए उन साइटों को आधार बनाते हैं जिन पर वे जाते हैं या जो ऐप्लिकेशन वे इस्तेमाल करते हैं. इसकी मदद से विज्ञापन देने वाले, उपयोगकर्ताओं की दिलचस्पी के हिसाब से विज्ञापन दिखा पाते हैं. इससे उपयोगकर्ताओं और विज्ञापन देने वालों को बेहतर अनुभव देने में मदद मिलती है. ज़्यादा जानने के लिए, आप हमारी लोगों के हिसाब से दिखाए जाने वाले विज्ञापन की विज्ञापन नीति देख सकते हैं.Google उन विज्ञापनों को, लोगों के हिसाब से बनाया गया विज्ञापन मानता है जो पहले से इकट्ठा किए गए डेटा या पुराने डेटा के आधार पर दिखाए जाते हैं. इस डेटा में, उपयोगकर्ता की पिछली खोज क्वेरी, गतिविधि, साइटों या ऐप्लिकेशन पर आने/जाने, जगह, उम्र, लिंग, आय, शिक्षा वगैरह की जानकारी शामिल होती है. इसमें खास तौर पर आगे दी गई चीज़ें शामिल हैं. उदाहरण के लिए: उम्र, शिक्षा वगैरह के हिसाब से टारगेट करना, दिलचस्पी के हिसाब से टारगेट करना, फिर से मार्केटिंग करना (रीमार्केटिंग), ग्राहक मिलान सूची के आधार पर टारगेट करना, Google Marketing Platform में अपलोड की गई उपयोगकर्ताओं (दर्शकों) की सूचियों को टारगेट करना.इस नीति के तहत, किस तरह के विज्ञापनों को “लोगों के हिसाब से न दिखाए जाने वाले विज्ञापन” माना जाता है?लोगों के हिसाब से न दिखाए जाने वाले विज्ञापन सिर्फ़ संदर्भ से जुड़ी जानकारी का इस्तेमाल करते हैं. इसमें जगह की सामान्य (शहर के हिसाब से) जानकारी और फ़िलहाल इस्तेमाल की जा रही साइट या ऐप्लिकेशन के कॉन्टेंट शामिल हैं. उपयोगकर्ता को ये विज्ञापन उनकी पसंद या पहले की गतिविधि के हिसाब से नहीं दिखाए जाते.इस नीति के तहत, किस तरह के विज्ञापनों को “विज्ञापनों को सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा” माना जाता है?जब विज्ञापनों को दर्शकों के हिसाब से बनाने के लिए, निजी डेटा को इकट्ठा करने, उन्हें शेयर करने, और उनका इस्तेमाल करने जैसी सुविधाओं को बंद करने के साथ-साथ, विज्ञापनों को Ad Manager और AdMob इंप्रेशन के लिए सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा चालू होती है, तो उपयोगकर्ताओं के डिवाइस पर कुकी, उपयोगकर्ता की पहचान करने वाली जानकारी या इस तरह के किसी लोकल स्टोरेज को Google ऐक्सेस नहीं करता. ध्यान दें कि विज्ञापन की सेवा देने वाली टेक्नोलॉजी (हमारे JavaScript टैग और/या हमारे SDK टूल कोड), अब भी उपयोगकर्ताओं के ब्राउज़र और मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम की सामान्य कार्रवाई के तौर पर कैश या इंस्टॉल किए जाएंगे. ज़्यादा जानकारी के लिए, Ad Manager और AdMob सहायता केंद्रों पर जाएं.अगर उपयोगकर्ताओं को उनके निजी डेटा का इस्तेमाल कानूनी हित के लिए किए जाने पर आपत्ति हो या वे ऐसा करने से ऑप्ट आउट करते हैं, तो क्या मैं विज्ञापनों को सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा का इस्तेमाल कर सकता/सकती हूं?नहीं, इन परिस्थितियों में 'विज्ञापनों को सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा' का इस्तेमाल करना सही समाधान नहीं होगा. Google की 'विज्ञापनों को सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा,' कुकी पर या मोबाइल से पहचान बताने वाली जानकारी (मोबाइल आइडेंटिफ़ायर) पर भरोसा नहीं करती, लेकिन हमें बुनियादी तौर पर विज्ञापन दिखाने की सेवा और मेज़रमेंट जैसी सुविधाओं के लिए एक कानूनी आधार की ज़रूरत होती है.इस नीति के तहत तब भी कुकी के लिए सहमति की ज़रूरत क्यों है, जब इसे दर्शकों की दिलचस्पी जानने के अलावा, विज्ञापनों की परफ़ॉर्मेंस की जानकारी जुटाने जैसे दूसरे कामों के लिए इस्तेमाल किया जाता है?Google, कुकी या मोबाइल पहचानकर्ताओं का इस्तेमाल, उपयाेगकर्ताओं की पसंद को ध्यान में रखकर या न रखकर विज्ञापन दिखाने के लिए करता है. इनकी मदद से धोखाधड़ी और बुरे बर्ताव को रोकने, फ़्रीक्वेंसी कैपिंग (उपयोगकर्ता को विज्ञापन दिखाने की सीमा तय करना), और विज्ञापनों की ज़रूरी जानकारी वाली रिपोर्ट देने जैसे काम किए जा सकते हैं. हमारी इस नीति के तहत, उन देशों के उपयोगकर्ताओं की कुकी और मोबाइल पहचानकर्ताओं का इस्तेमाल करने के लिए सहमति लेनी ज़रूरी है जहां ईयू ई-निजता निर्देश के कुकी से जुड़े नियम लागू होते हैं. हम मानते हैं कि ई-निजता कानून का पालन करने से जुड़े निर्देश पूरे यूरोप में एक जैसे नहीं हैं. इसी वजह से “जहां कानूनी तौर पर ज़रूरी है” वहां हमारी नीति, कुकी और मोबाइल पहचानकर्ताओं का इस्तेमाल करने के लिए सहमति लेने को कहती है. प्रकाशक, Ad Manager और AdMob के साथ 'विज्ञापनों को सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा' को इस्तेमाल करने का विकल्प चुन सकते हैं. ऐसा तब हो सकता है, जब कुकी या अन्य लोकल स्टोरेज के लिए सहमति न मिले. (विज्ञापनों को दर्शकों के हिसाब से बनाने के लिए, निजी डेटा को इकट्ठा करने, उन्हें शेयर करने, और उनका इस्तेमाल करने जैसी सुविधाओं को बंद करने के साथ-साथ-साथ, यह सुविधा Google की ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति के मुताबिक कुकी या अन्य लोकल स्टोरेज का इस्तेमाल नहीं करती. इसका मतलब है कि आप नीति के तहत इस सुविधा का इस्तेमाल तब भी कर सकते हैं, जब असली उपयोगकर्ता से सहमति का अनुरोध न किया गया हो या उपयोगकर्ता ने सहमति के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया हो. आपको अपने अधिकार क्षेत्र में लागू स्थानीय कानून के आधार पर, ज़रूरी सूचना और सहमति के साथ-साथ नीतियों के पालन से जुड़ी अपनी जवाबदेही का आकलन करना चाहिए.) ज़्यादा जानकारी के लिए, Ad Manager और AdMob सहायता केंद्रों पर जाएं.अगर मैं विज्ञापन देने वाला व्यक्ति हूं और मेरी साइट पर Google के प्रॉडक्ट इस्तेमाल हो रहे हैं, तो क्या होगा?अगर आप अपने पेज पर विज्ञापनों से जुड़े प्रॉडक्ट, जैसे कि Google Ads या Google Marketing Platform के लिए टैग का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको ईईए और यूके के उपयोगकर्ताओं से सहमति लेनी होगी. Google की ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति का पालन करने के लिए ऐसा करना ज़रूरी है. हमारी नीति के तहत, विज्ञापनों की परफ़ॉर्मेंस आंकने में इस्तेमाल होने वाली कुकी और दर्शकों की पसंद को ध्यान में रखकर, विज्ञापन दिखाने में इस्तेमाल होने वाले निजी डेटा के लिए सहमति लेना ज़रूरी है. उदाहरण के लिए, अगर आपके पेजों पर रीमार्केटिंग टैग मौजूद हैं.मुझे सहमति की सूचना में क्या लिखना चाहिए?हालांकि, आपकी 'सहमति की सूचना' में क्या लिखा होगा, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि आप अपने उपयोगकर्ताओं को किस तरह के विकल्प देंगे और आप डेटा किस तरह इस्तेमाल करेंगे (उदाहरण के लिए, आपके अपने कामों के लिए या उन दूसरी सेवाओं की सहायता के लिए जिनके साथ आप काम करते हैं). मगर Google की साइट CookieChoices.org पर हमारी सुझाई गई सूचना आपके लिए कारगर साबित हो सकती है.अगर मैं एक प्रकाशक हूं जो ईईए और यूके में मौजूद उपयोगकर्ताओं को सिर्फ़ ऐसे विज्ञापन दिखा रहा है जिनमें उनकी पसंद को ध्यान में नहीं रखा गया है, तो क्या होगा?अगर आप अपनी साइट पर आने वाले उपयोगकर्ताओं की पसंद को ध्यान में रखकर विज्ञापन नहीं दिखाते. साथ ही, आपकी साइट पर आने की वजह से, कहीं और दिखाए गए विज्ञापनों पर कोई असर नहीं पड़ता, ताे भी आपको उन जगहाें के उपयाेगकर्ताओं की कुकी या मोबाइल पहचानकर्ताओं का इस्तेमाल करने के लिए, सहमति लेनी होगी जहां इसकी कानूनी रूप से ज़रूरत है. कुकी या मोबाइल पहचानकर्ताओं का इस्तेमाल करने के लिए भी सहमति लेनी ज़रूरी है, क्योंकि दर्शकों की पसंद को ध्यान में न रखकर दिखाए जाने वाले विज्ञापनों में भी कुकी का इस्तेमाल होता है. इनमें कुकी का इस्तेमाल, धोखाधड़ी और बुरे बर्ताव को रोकने, फ़्रीक्वेंसी कैपिंग, और विज्ञापनों की ज़रूरी जानकारी वाली रिपोर्ट देने जैसे कामों के लिए होता है. CookieChoices.org पर उस सूचना का उदाहरण भी दिया गया है जो इस मामले में सही हो सकती है.Ad Manager और AdMob इंप्रेशन के लिए, आप विज्ञापनों को सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा के साथ कमाई करने का विकल्प भी चुन सकते हैं. जब विज्ञापनों को दर्शकों के हिसाब से बनाने के लिए, निजी डेटा को इकट्ठा करने, उन्हें शेयर करने, और उनका इस्तेमाल करने जैसी सुविधाओं को बंद करने के साथ-साथ, विज्ञापनों को सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा चालू होती है, तो Google असली उपयोगकर्ताओं के डिवाइस पर कुकी, उपयोगकर्ता की पहचान करने वाली जानकारी या इस तरह के किसी लोकल स्टोरेज को ऐक्सेस नहीं करता. ध्यान दें कि विज्ञापन की सेवा देने वाली टेक्नोलॉजी (हमारे JavaScript टैग और/या हमारे SDK टूल कोड), अब भी उपयोगकर्ताओं के ब्राउज़र और मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम की सामान्य कार्रवाई के तौर पर कैश या इंस्टॉल किए जाएंगे. जैसा कि Google की 'ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति' में बताया गया है, यह सुविधा कुकी या अन्य लोकल स्टोरेज का इस्तेमाल नहीं करती. इसका मतलब यह है कि आप नीति के मुताबिक इस सुविधा का इस्तेमाल तब भी कर सकते हैं, जब असली उपयोगकर्ता से सहमति का अनुरोध न किया गया हो या उस अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया हो. आपको अपने अधिकार क्षेत्र में लागू स्थानीय कानून के आधार पर, ज़रूरी सूचना और सहमति के साथ-साथ नीतियों के पालन से जुड़ी अपनी जवाबदेही का आकलन करना चाहिए. ज़्यादा जानकारी के लिए, Ad Manager और AdMob सहायता केंद्रों पर जाएं.मुझे अपने उपयोगकर्ताओं को किस तरह के विकल्प देने होंगे?Google की नीति यह नहीं बताती है कि उपयोगकर्ताओं को किस तरह के विकल्प दिए जाने चाहिए. कुछ प्रकाशक, दर्शकों की पसंद को ध्यान में रखकर और पसंद को ध्यान में न रखकर दिखाए जाने वाले, दोनों विज्ञापनों में से किसी एक को चुनने का विकल्प रख सकते हैं. वहीं कुछ प्रकाशक अपने उपयोगकर्ताओं को अलग-अलग विकल्प चुनने का मौका दे सकते हैं.अगर मेरी ओर से किसी ऐप्लिकेशन के लिए सहमति की सूचना लिखी जा रही है, तो क्या होगा?मोबाइल ऐप्लिकेशन आम तौर पर कुकी इस्तेमाल नहीं करते. Google Ad Manager और AdMob जैसे प्रॉडक्ट पर, ऐप्लिकेशन में विज्ञापन आईडी के ज़रिए विज्ञापन दिखाने की सुविधा काम करती है. ये आईडी, Android और iOS ऑपरेटिंग सिस्टम उपलब्ध कराते हैं. इसलिए, आप चाहें तो सूचना में यह लिख सकते हैं कि आप कुकी के बजाय, "डिवाइस के एक पहचानकर्ता" का इस्तेमाल करते हैं. इसकी मदद से, आप Google की नीति से जुड़ी ज़रूरी शर्तें वहां पूरी कर पाएंगे जहां “डिवाइस की अन्य मेमोरी” का इस्तेमाल करने के लिए, सहमति मांगी जाती है.क्या Google को ऐप्लिकेशन के लिए, किसी खास तरीके के सहमति जताने वाले मैसेज की ज़रूरत होती है?कानून के मुताबिक, उपयोगकर्ता की सहमति कानूनी रूप से वैध होनी चाहिए, उपयोगकर्ता ने बिना किसी दबाव के सहमति दी हो, सहमति की शर्तें साफ़ हों, उपयोगकर्ता को अच्छी तरह जानकारी दी गई हो, और उसमें ऐसी कोई जानकारी न हो जो गुमराह करती हो, लेकिन इसके लिए किसी खास तरह के सहमति जताने वाले मैसेज की ज़रूरत नहीं होती है. हमारी ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति के मुताबिक सहमति जताने वाले मैसेज में ज़रूरत को ध्यान में रखते हुए बदलाव किया जा सकता है. साथ ही, उपयोगकर्ताओं को ज़्यादा विकल्प दिए जा सकते हैं.हमारी CookieChoices.org साइट, प्रकाशक और विज्ञापन देने वालों की सहमति जताने वाले मैसेज के कुछ उदाहरण पेश करती है जो आपके ऐप्लिकेशन के लिए काम के हो सकते हैं. इन मैसेज को लागू करने से, मोबाइल डिवाइस पहचानकर्ता को इस्तेमाल करने और लोगों के हिसाब से विज्ञापन दिखाने के दौरान, आपको नीति से जुड़ी शर्तों को पूरा करने में मदद मिल सकती है. हम समझते हैं कि कुछ ऐप्लिकेशन डेवलपर इन उदाहरणों को अपना सकते हैं, जबकि कुछ डेवलपर ऐप्लिकेशन पहली बार खोलने पर उपयोगकर्ताओं को इस बात की सूचना दे सकते हैं कि अगर वे अपने डिवाइस आइडेंटिफ़ायर की जानकारी शेयर करने और/या अपनी पसंद के मुताबिक बनाए गए विज्ञापन देखने की सहमति नहीं देते हैं, तो उन्हें ऐप्लिकेशन अनइंस्टॉल कर देना चाहिए.सहमति को लेकर होने वाली समस्याएं कहां ठीक हो सकती हैं?एएमपी में कुछ सुविधाएं हैं जिनका इस्तेमाल सहमति को लेकर होने वाली समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जा सकता है. हमने Google Ad Manager और AdMob के लिए भी, सहमति को लेकर होने वाली समस्याओं को ठीक करने का एक तरीका खोजा है. हालांकि, आपको खुद ही 'सहमति का उपाय' बनाना चाहिए या दूसरे विक्रेता उपाय इस्तेमाल करने चाहिए. Cookiechoices.org पर कुछ ऐसे विक्रेताओं की सूचियां मौजूद हैं जो Google की नीति की ज़रूरत के हिसाब से ऐसे उपाय बताते हैं जिनसे 'सहमति का उपाय' तैयार किया जा सकता है.अगर आप अपनी साइट पर Google AdSense या Google Ad Manager जैसे प्रॉडक्ट इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आपको अपनी पसंद के समाधान को पेज पर मौजूद विज्ञापन टैग के हिसाब से बनाना चाहिए. इससे आपके उपयोगकर्ताओं ने जो प्राथमिकताएं तय की हैं उनका खयाल रखा जाएगा. ऐसा करने के लिए हर वेंडर, निर्देश या सहायता सेवाएं उपलब्ध कराता है. अगर आप अपने पेज पर मौजूद सभी टैग के लिए यह तरीके नहीं अपनाते हैं, तो इससे आपके उपयोगकर्ता गुमराह हो सकते हैं. उन्हें यह लगेगा कि वे विज्ञापन कुकी की सुविधा बंद कर रहे हैं जबकि असल में विज्ञापन कुकी फिर भी इस्तेमाल की जा रही होंगी. इसलिए, अपनी साइट पर इन टूल को लागू करके, ध्यान से इनकी जांच करें.पार्टनर को कैसे तय करना चाहिए कि उन्हें 'सहमति के मैनेजमेंट से जुड़े प्लैटफ़ॉर्म (सीएमपी)' की सेवा देने वाली किस कंपनी का इस्तेमाल करना है?पार्टनर, Funding Choices (ज़्यादा जानकारी के लिए कृपया यहां जाएं) का इस्तेमाल करके, सहमति के लिए खुद के समाधान बना सकते हैं. इसके अलावा, वे तीसरे पक्ष के सीएमपी का इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर पार्टनर पहले से किसी सीएमपी का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो उन्हें अपनी ज़रूरतों के हिसाब से सहमति के समाधान पाने के लिए, अपने कानूनी विभाग से संपर्क करना चाहिए. साथ ही, उन्हें यह भी पक्का करना चाहिए कि अलग-अलग ज़रूरतों के हिसाब से समाधान में बदलाव किए जा सकें.सीएमपी सेवा देने वाली सही कंपनी चुनने में मदद पाने के लिए कई बाहरी स्रोत मौजूद हैं. इनमें आईएबी की पारदर्शिता और सहमति वाले फ़्रेमवर्क से रजिस्टर हुए सीएमपी की सूची शामिल है. ध्यान दें, इस सूची में न तो सभी उपलब्ध CMP की जानकारी है और न ही यह सूची इनमें से किसी भी CMP को अपनाने से Google की ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति के पालन होने की गारंटी देता है, क्योंकि यह उपयोगकर्ताओं को पेश किए जाने वाले खास 'सहमति जताने वाले मैसेज' पर निर्भर करता है (इससे जुड़े ज़्यादा निर्देश के लिए, ऊपर दिया गया सवाल देखें “सहमति के तरीके को लागू करने के दौरान होने वाली गलतियों से बचने के लिए, पार्टनर के लिए चेकलिस्ट”).तीसरे पक्ष की कौन सी कंपनियां असली उपयोगकर्ताओं के निजी डेटा को इकट्ठा करती हैं और मुझे उनकी पहचान कैसे करनी चाहिए?वेबसाइट और ऐप्लिकेशन पर विज्ञापन दिखाने और अपने विज्ञापन कैंपेन की परफ़ॉर्मेंस आंकने के लिए, Google के विज्ञापन सिस्टम इस्तेमाल करने वाले विज्ञापन देने वाले और प्रकाशक तीसरे पक्षों का इस्तेमाल करते हैं. Google के साथ-साथ, इस नीति के तहत हर उस पक्ष की साफ़ तौर पर पहचान करना ज़रूरी है जो आपके Google प्रॉडक्ट इस्तेमाल करने की वजह से असली उपयोगकर्ताओं का डेटा हासिल कर सकता है, उसे इकट्ठा और/या इस्तेमाल कर सकता है. AdSense, Google Ad Manager, और AdMob में ऐसी सुविधाएं मौजूद हैं जिनसे आप अपनी साइट या ऐप्लिकेशन पर डेटा इकट्ठा करने के लिए वेंडर चुन सकते हैं.मेरी साइट यूरोप की नहीं है. क्या यह नीति मुझ पर लागू होती है?हां, अगर आप ऐसे Google प्रॉडक्ट इस्तेमाल करते हैं जिन पर यह नीति लागू होती है. इसके अलावा, ईईए या यूके के उपयोगकर्ता अगर आपकी सेवाएं इस्तेमाल करते हैं, तो यह नीति आप पर लागू होगी.एक प्रकाशक के तौर पर, मेरा कोई भी कैंपेन ईईए या यूके को टारगेट नहीं करता. क्या सहमति लेने की यह शर्त अब भी मुझ पर लागू होती है?अगर इन देशों के उपयोगकर्ताओं के लिए साइट से Google की सेवाएं हटा दी गई हैं, तो सहमति की ज़रूरत नहीं होगी. हालांकि, अगर Google की सेवाओं का इस्तेमाल होता है, लेकिन विज्ञापन नहीं दिखाए जाते हैं, तब सहमति लेना ज़रूरी होगा. ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि Google Ad Manager कुकी इस्तेमाल करता है. हमारी नीति के तहत ऐसी कुकी के लिए सहमति लेना ज़रूरी है जिनका इस्तेमाल मेज़रमेंट के लिए किया जाता है. Google Ad Manager निजी डेटा भी जमा करता है. हालांकि, ऐसा तभी होता है, जब तक दर्शकों की पसंद को ध्यान में नहीं रखकर दिखाए जाने वाले विज्ञापनों के लिए यह अनुरोध न किया जाए. साथ ही, ईयू (यूरोपीय संघ) उपयोगकर्ता से सहमति लेने की सेटिंग या अनुरोध में न दिखाया जाए.सहमति लेने का तरीका कैसे तैयार किया जा सकता है?अगर आप पक्के तौर पर नहीं जानते कि शुरुआत कहां से की जाए, तो CookieChoices.org पर जाएं. यहां कुछ ऐसे संसाधन दिए गए हैं जिनकी मदद से वेबसाइट और ऐप्लिकेशन पर सहमति लेने के तरीके तैयार किए जा सकते हैं.हमारा संगठन कानूनी बातों को अलग नज़रिए से देखता है. हम जानकारी ज़ाहिर करने और सहमति के लिए एक अलग मापदंड लागू करना चाहते हैं. क्या यह मुमकिन है?Google, यूरोप में उपलब्ध कराई जाने वाली सभी सेवाओं के लिए, जीडीपीआर का पालन करता है. इसमें यूके के कानून के मुताबिक लागू होने वाली सीमा तक पालन करना भी शामिल है. हमारी ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति में किए गए बदलाव से, ईयू में लागू डेटा सुरक्षा के अधिकारों के लिए प्रतिबद्धता और मार्गदर्शन की झलक मिलती है. हालांकि, हम इस पेशे के दूसरे प्रकाशकों और पार्टनर के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं जिससे उन्हें ऐसे बदलावों से मदद मिल सके. हम कानून और पेशे में होने वाले बदलावों की समीक्षा करना जारी रखेंगे और उसी हिसाब से इस नीति में, अपनी ज़रूरतों और सुझावों के मुताबिक बदलाव करेंगे.हमें विज्ञापनों की परफ़ॉर्मेंस आंकने के लिए सहमति लेना क्यों ज़रूरी है — क्या यह कानूनी तौर पर सही है?विज्ञापनों की परफ़ॉरमेंस का पता लगाने में मदद के लिए, Google, कुकी या मोबाइल विज्ञापन पहचानकर्ता इस्तेमाल करता है. ई-निजता के मौजूदा कानूनों के तहत, इसके लिए उपयोगकर्ता की सहमति लेना ज़रूरी है. ऐसा उन देशों में है जहां स्थानीय कानूनों के तहत ऐसी सहमति लेना ज़रूरी होता है. इसी तरह, हमारी नीति के तहत भी जहां यह कानून लागू होता है वहां पसंद के मुताबिक विज्ञापन दिखाने और विज्ञापनों की परफ़ॉर्मेंस आंकने के लिए सहमति ज़रूरी है. सहमति लेनी तब भी ज़रूरी है, जब जीडीपीआर के लिए विज्ञापनों की परफ़ॉर्मेंस आंकना किसी के लिए कानूनी तौर पर सही हो.सहमति, टैग चालू होने से पहले ली जानी चाहिए या यह बाद में भी ली जा सकती है?जीडीपीआर के मुताबिक यह ज़रूरी है कि दर्शकों की पसंद को ध्यान में रखकर दिखाए जाने वाले विज्ञापनों के लिए, पेज पर Google के टैग चालू होने से पहले ही सहमति ले ली जानी चाहिए. ई-निजता निर्देश के तहत, कुकी लगाने या इस्तेमाल करने के लिए सहमति लेना ज़रूरी है. हालांकि, पूरे यूरोप में ई-निजता के नियम एक जैसे नहीं हैं. इसलिए, हमारी नीति के तहत कुकी और मोबाइल पहचानकर्ताओं का इस्तेमाल करने के लिए, उन जगहों के उपयोगकर्ताओं की सहमति ज़रूरी है जहां कानूनी तौर पर इसकी ज़रूरत पड़ती है. कुछ लोगों के लिए कुकी सेट करने से पहले ही उपयोगकर्ता की सहमति लेने का निर्देश जारी किया गया है. वहीं, कुछ लोगों के लिए कुकी सेट करते समय ही सहमति पाने की अनुमति दी गई है.नियमों से जुड़े दिशा-निर्देश बताते हैं कि ई-निजता निर्देश के तहत, कुकी के लिए सहमति लेने पर जीडीपीआर लागू होगा. हालांकि, यह साफ़ तौर पर नहीं बताया गया है कि इन कानूनों को एक साथ कैसे लागू किया जाएगा. हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में नियम बनाने और लागू करने वालों से बेहतर सहायता मिल पाएगी और उसी हिसाब से हम अपनी सहायता सामग्री में बदलाव करेंगे. तब तक, जो ग्राहक दर्शकों की पसंद को ध्यान में रखकर बनाए गए विज्ञापन के लिए सहमति नहीं ले रहे हैं उन पर राष्ट्रीय स्तर के कानून लागू किए जाएंगे. ये कानून कुकी के लिए सहमति लेने से जुड़े होंगे. साथ ही, हम कुकी के लिए सहमति लेने से जुड़े मौजूदा कानूनों और उन्हें लागू करने की प्रोसेस में फ़िलहाल कोई बदलाव नहीं कर रहे हैं.क्लिक ट्रैकर इस्तेमाल करने पर क्या होगा?जब भी विज्ञापन देने वाले लोग तीसरे पक्ष की, क्लिक के बारे में जानकारी देने वाली तकनीक का इस्तेमाल करते हैं (मतलब जहां किसी विज्ञापन पर क्लिक करके उपयोगकर्ता का ब्राउज़र, तीसरे पक्ष के विज्ञापनों की परफ़ॉर्मेंस आंकने वाले वेंडर से होते हुए, विज्ञापन देने वाले के लैंडिंग पेज पर पहुंच जाता है), तो वहां लागू होने वाले कानून का पालन किया जाना चाहिए. प्रकाशकों के लिए Google से जुड़े वेंडर के नियंत्रण, क्लिक का पता लगाने वाली तकनीकों को ध्यान में रखकर नहीं बनाए गए हैं.मुझे किन चीज़ों का रिकॉर्ड रखना होगा?हमारी नीति के मुताबिक ग्राहकों की सहमति से जुड़े सभी रिकॉर्ड संभालकर रखने ज़रूरी हैं. इस रिकॉर्ड में कम से कम वह लेख और विकल्प शामिल होने चाहिए जो उपयोगकर्ता को सहमति के तरीके के तौर पर दिए गए थे. साथ ही, उपयोगकर्ता से मिली सहमति की तारीख और समय भी इसमें शामिल होना चाहिए.मैं, आईएबी से प्रमाणित सहमति प्रबंधन प्लैटफ़ॉर्म (सीएमपी) का इस्तेमाल करता हूं. इसके बावजूद, मेरी साइट पर मौजूद सहमति लेने के तरीके को ज़रूरी शर्तें पूरी नहीं करने वाला क्यों बताया गया है?आप कोई भी सीएमपी इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि, यह देख लें कि आप ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति की सभी शर्तें पूरी करते हों. IAB फ़्रेमवर्क CMP के मामले में अगस्त 2020 से पहले, Google ने IAB पारदर्शिता और सहमति फ़्रेमवर्क के साथ इंटिग्रेट नहीं किया था; और हो सकता है कि Google उन वेंडर की सूची में नहीं दिखा जो आपके CMP उपयोगकर्ताओं को दिखाते हैं. इसका मतलब यह हुआ कि हो सकता है “हर उस पार्टी की पहचान करने की जो Google प्रॉडक्ट के इस्तेमाल करने पर, असली उपयोगकर्ताओं के निजी डेटा को इकट्ठा करता है, उसे स्वीकार करता है या उसका इस्तेमाल करता है” की सहमति नीति की शर्त का पालन न हो रहा हो.अगस्त 2020 तक, Google ने IAB पारदर्शिता और सहमति फ़्रेमवर्क के वर्शन 2 के साथ इंटिग्रेट किया था. इसलिए, IAB ग्लोबल वेंडर सूची में चुने जाने के लिए, “Google के विज्ञापन वाले प्रॉडक्ट” वेंडर के तौर पर उपलब्ध रहेंगेइवनिता कासनियां पंजाब स नीति में किए गए बदलावGoogle की ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी मूल नीति 25 मई 2018 को अपडेट की गई थी. यूरोपीय संघ के यूके के साथ मज़बूत होते संबंधों को दिखाने के लिए, 31 अक्टूबर, 2019 काे कुछ बदलाव किए गए थे. फ़िलहाल, इस नीति में किसी तरह के बदलाव नहीं किए जाएंगे. हालांकि, जैसा ऊपर बताया गया है, हम कानून और पेशे में होने वाले बदलावों की जांच करना जारी रखेंगे. साथ ही, उसी हिसाब से इस नीति में अपनी ज़रूरतों और सुझावों के मुताबिक बदलाव करेंगे.

EU उपयोगकर्ता सहमति नीति से संबंधित सहायता

यह नीति क्यों बनाई गई है और कहां लागू होती है?

यह नीति, निजता से जुड़े दो यूरोपीय कानूनों की कुछ ज़रूरी शर्तों के बारे में बताती है: सामान्य डेटा से जुड़े सुरक्षा कानून (जनरल डेटा प्रोटेक्शन रेगुलेशन) (जीडीपीआर) और ई-निजता निर्देश. इनके अलावा, यह यूनाइटेड किंगडम (यूके) में निजता से जुड़े ऐसे अन्य कानूनों के बारे में भी बताती है. ई-निजता निर्देश और प्रस्तावित ई-निजता रेगुलेशन, दोनों अलग-अलग हैं. फ़िलहाल, यहां हम ई-निजता निर्देश के बारे में बात करेंगे. ये कानून, यूरोपियन इकनॉमिक एरिया (ईईए) और यूके में रहने वाले असली उपयोगकर्ताओं पर लागू होते हैं. ईईए में ईयू (यूरोपीय संघ) के सदस्य देश और आइसलैंड, लिचेंस्टाइन, और नॉर्वे आते हैं.

इस नीति का मूल वर्शन साल 2015 में आया था. इसे 25 मई, 2018 को सामान्य डेटा से जुड़े सुरक्षा कानून (जनरल डेटा प्रोटेक्शन रेगुलेशन) (जीडीपीआर) के लागू होने के बाद अपडेट किया गया था.

अगर मैं ईईए या यूके में मौजूद प्रकाशक या विज्ञापन देने वाला व्यक्ति हूं, तो क्या मुझे सभी उपयोगकर्ताओं के लिए बनाई गई इस नीति का पालन करना होगा?

Google की ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति, सिर्फ़ ईईए या यूके में रहने वाले असली उपयोगकर्ताओं पर लागू होती है.

Google कैसे पक्का करेगा कि इस नीति का पालन हो रहा है?

इन नीतियों के पालन के लिए हमारा तरीका उन साइटों और ऐप्लिकेशन की समीक्षा करना है जो हमारी विज्ञापन सेवाओं का इस्तेमाल करते हैं. हमने भी 2015 में नीति पेश किए जाने के बाद से ऐसा ही किया है. हमारे समीक्षक, एक उपभोक्ता की तरह ही किसी साइट या ऐप्लिकेशन पर जाते हैं. हम उसमें दी गई जानकारी और मिली हुई सहमतियों को देखते हैं.

हमारे लिए सबसे ज़रूरी है कि पार्टनर की साइट या ऐप्लिकेशन में नीति का पालन सही तरीके से हो. इसके लिए हम उनके साथ मिलकर काम करते हैं. हम मानते हैं कि सहमति लेने के कई तरीके हो सकते हैं और अपनी तरफ़ से इस बारे में कोई निर्देश भी नहीं देते. हम सिर्फ़ इतना चाहते हैं कि नीति का पालन सही तरीके से होता रहे. अगर हमें पता चलता है कि कोई पार्टनर हमारी नीतियों का पालन नहीं कर रहा है, तो हम सबसे पहले पार्टनर से संपर्क करेंगे और उन्हें इस समस्या के बारे में बताएंगे. इसके बाद, हम पार्टनर के साथ मिलकर काम करेंगे, ताकि नीति का पालन सही तरीके से हो.

जैसा कि हम साल 2015 से करते आए हैं, साइटों या ऐप्लिकेशन को कोई भी ज़रूरी बदलाव करने के लिए एक तय समय दिया जाता है. हालांकि, अगर पार्टनर हमसे बातचीत नहीं करता या तय समय के दौरान अच्छी भावना से नीति का पालन करने की कोशिश नहीं करता, तो उस पार्टनर के खाते (खातों) पर कार्रवाई की जा सकती है. इसके तहत, खाते को निलंबित भी किया जा सकता है.

मुझे असली उपयोगकर्ताओं को किस तरह की जानकारी देनी है?

हमारी नीति के मुताबिक, हर उस पक्ष की पहचान ज़रूरी है जिन्हें असली उपयोगकर्ता का निजी डेटा मिलता है. यह डेटा उन्हें Google के प्रॉडक्ट इस्तेमाल करने पर मिलता है. इस नीति के तहत असली उपयोगकर्ताओं के निजी डेटा का इस्तेमाल कैसे किया जाएगा, इसकी ज़रूरी और आसानी से उपलब्ध होने वाली जानकारी भी दी जानी चाहिए. हमने इस बारे में जानकारी प्रकाशित की है कि Google जानकारी का इस्तेमाल कैसे करता है. हमारा सुझाव है कि Google उपयोगकर्ता के डेटा का इस्तेमाल किस तरह करता है, इस बारे में जानकारी ज़ाहिर करने के नियमों (जवाबदेही) का पालन करने के लिए उस पेज से लिंक करें. विज्ञापन टेक्नोलॉजी से जुड़ी सेवा देने वाली जो भी कंपनियां अपनी सेवाओं के लिए Google प्रॉडक्ट का इस्तेमाल करती हैं, हम उनसे भी निजी डेटा इस्तेमाल करने के तरीके बताने के लिए कह रहे हैं.

पार्टनर के लिए ऐसी चेकलिस्ट जिसमें सहमति लेने के तरीकों को लागू करते समय होने वाली आम गलतियों से बचने के तरीके बताए गए हैं

ये सिर्फ़ उदाहरण हैं न कि तरीकों की पूरी सूची. हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि आपकी कार्रवाई Google की नीतियों के मुताबिक होनी चाहिए.

  • क्या आपने उपयोगकर्ताओं को यह बता दिया है कि जब वे आपकी साइट/ऐप्लिकेशन पर निजी डेटा को इकट्ठा करने की सहमति देते हैं, तब उनके डेटा का इस्तेमाल किस तरह किया जाएगा. उदाहरण के लिए, क्या उन्हें पता है कि उनके निजी डेटा का इस्तेमाल उनके हिसाब से विज्ञापन दिखाने में किया जाएगा? साथ ही, क्या वे जानते हैं कि उनके हिसाब से दिखाए जाने वाले विज्ञापन या उनके हिसाब से न दिखाए जाने वाले विज्ञापन में कुकी का इस्तेमाल भी हो सकता है?
  • क्या आपने इस बात की जांच की है कि जब किसी भी ईईए देश के उपयोगकर्ता आपकी साइट/ऐप्लिकेशन पर आते हैं, तब उन्हें आपकी सहमति की सूचना दिखती है या नहीं?
  • क्या सहमति देने के लिए, उपयोगकर्ताओं को “ठीक है” या “सहमत हूं” बटन पर क्लिक करने जैसी किसी कार्रवाई का विकल्प दिया गया है?
  • क्या आपने यह जानकारी दी है कि अपनी साइट/ऐप्लिकेशन पर उपयोगकर्ता का जो डेटा आप इकट्ठा करते हैं उसका ऐक्सेस तीसरे पक्ष की किन कंपनियों (Google समेत) के पास होगा?
  • क्या आपने उपयोगकर्ताओं को यह जानकारी दी है कि जब वे आपकी साइट/ऐप्लिकेशन पर सहमति देंगे, तब Google उनके निजी डेटा का इस्तेमाल किस तरह करेगा? उदाहरण के लिए, उपयोगकर्ताओं को Google की निजता नीति और सेवा की शर्तों की साइट का लिंक देना. इसके अलावा, क्या इस बात की भी जानकारी दी गई है कि तीसरे पक्ष की कंपनियां उनके निजी डेटा का इस्तेमाल कैसे करेंगी?
  • अगर आप सिर्फ़ लोगों के हिसाब से न दिखाए जाने वाले विज्ञापनों से कमाई करते हैं, तो आपको कुछ कदम उठाने होंगे. क्या आपने उन जगहों के उपयोगकर्ताओं से कुकी या डिवाइस की अन्य लोकल स्टोरेज में मौजूद पहचान बताने वाली जानकारी (उदाहरण के लिए, मोबाइल डिवाइस पहचानकर्ता) इस्तेमाल करने की सहमति ले ली है जहां ऐसा करना कानूनी तौर पर ज़रूरी है? कृपया ध्यान दें कि वेबसाइटों पर लोगों के हिसाब से न दिखाए जाने वाले विज्ञापनों के लिए भी, कुकी की ज़रूरत होती है.
  • अगर आप विज्ञापनों को दर्शकों के हिसाब से बनाने के लिए, निजी डेटा को इकट्ठा करने, उन्हें शेयर करने, और उनका इस्तेमाल करने जैसी सुविधाओं को बंद करने के साथ-साथ, विज्ञापनों को सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा के साथ सिर्फ़ Ad Manager और AdMob इंप्रेशन से कमाई करते हैं, तो Google असली उपयोगकर्ताओं के डिवाइस पर कुकी, उपयोगकर्ता की पहचान करने वाली जानकारी या इस तरह के किसी लोकल स्टोरेज को ऐक्सेस नहीं करता. ध्यान दें कि विज्ञापन की सेवा देने वाली टेक्नोलॉजी (हमारे JavaScript टैग और/या हमारे SDK टूल कोड), अब भी उपयोगकर्ताओं के ब्राउज़र और मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम की सामान्य कार्रवाई के तौर पर कैश या इंस्टॉल किए जाएंगे. जैसा कि Google की 'ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति' में बताया गया है, यह सुविधा कुकी या अन्य लोकल स्टोरेज का इस्तेमाल नहीं करती. इसका मतलब यह है कि आप नीति के मुताबिक इस सुविधा का इस्तेमाल तब भी कर सकते हैं, जब असली उपयोगकर्ता से सहमति का अनुरोध न किया गया हो या उस अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया हो. आपको अपने अधिकार क्षेत्र में लागू स्थानीय कानून के आधार पर, ज़रूरी सूचना और सहमति के साथ-साथ नीतियों के पालन से जुड़ी अपनी जवाबदेही का आकलन करना चाहिए. इस सुविधा से जुड़ी ज़्यादा जानकारी के लिए, Ad Manager और AdMob सहायता केंद्र देखें.
  • अगर आप IAB (आईएबी) से प्रमाणित CMP (सीएमपी) का इस्तेमाल करते हैं, तो क्या आपने वेंडर के तौर पर “Google विज्ञापन प्रॉडक्ट” को शामिल किया है?

अगर मैं असली उपयोगकर्ताओं के निजी डेटा का इस्तेमाल लोगों के हिसाब से दिखाए जाने वाले विज्ञापनों को दिखाने के लिए न करना चाहूं तो क्या होगा?

हमने एक नई सुविधा लॉन्च की है जिसकी मदद से, आप लोगों के हिसाब से दिखाए जाने वाले विज्ञापनों की सुविधा बंद कर सकते हैं. कृपया ध्यान दें कि वेबसाइटों या ऐप्लिकेशन पर, लोगों के हिसाब से न दिखाए जाने वाले विज्ञापनों के लिए भी, कुकी या मोबाइल से पहचान बताने वाली जानकारी (मोबाइल आइडेंटिफ़ायर) की ज़रूरत होती है. जहां भी कानूनी तौर पर ज़रूरी होगा, वहां आपको कुकी या मोबाइल से पहचान बताने वाली जानकारी (मोबाइल आइडेंटिफ़ायर) का इस्तेमाल करने के लिए सहमति लेनी ज़रूरी है.

Ad Manager और AdMob इंप्रेशन के लिए, आप विज्ञापनों को सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा के साथ कमाई करने का विकल्प भी चुन सकते हैं. जब विज्ञापनों को दर्शकों के हिसाब से बनाने के लिए, निजी डेटा को इकट्ठा करने, उन्हें शेयर करने, और उनका इस्तेमाल करने जैसी सुविधाओं को बंद करने के साथ-साथ, विज्ञापनों को सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा चालू होती है, तो Google असली उपयोगकर्ताओं के डिवाइसों पर कुकी, उपयोगकर्ता की पहचान करने वाली जानकारी या इस तरह के किसी लोकल स्टोरेज को ऐक्सेस नहीं करता. ध्यान दें कि विज्ञापन की सेवा देने वाली टेक्नोलॉजी (हमारे JavaScript टैग और/या हमारे SDK टूल कोड), अब भी उपयोगकर्ताओं के ब्राउज़र और मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम की सामान्य कार्रवाई के तौर पर कैश या इंस्टॉल किए जाएंगे. जैसा कि Google की 'ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति' में बताया गया है, यह सुविधा कुकी या अन्य लोकल स्टोरेज का इस्तेमाल नहीं करती. इसका मतलब यह है कि आप नीति के मुताबिक इस सुविधा का इस्तेमाल तब भी कर सकते हैं, जब असली उपयोगकर्ता से सहमति का अनुरोध न किया गया हो या उस अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया हो. आपको अपने अधिकार क्षेत्र में लागू स्थानीय कानून के आधार पर, ज़रूरी सूचना और सहमति के साथ-साथ नीतियों के पालन से जुड़ी अपनी जवाबदेही का आकलन करना चाहिए. ज़्यादा जानकारी के लिए, Ad Manager और AdMob सहायता केंद्रों पर जाएं.

मैं असली उपयोगकर्ताओं को 'सहमति की वापसी' के लिए क्या निर्देश दूं?

इस नीति के तहत असली उपयोगकर्ताओं को उन सभी तरीकों की जानकारी देना ज़रूरी है जिनके ज़रिए वे दिलचस्पी के मुताबिक, विज्ञापन दिखाने के लिए दी गई सहमति को वापस ले सकते हैं. असली उपयोगकर्ताओं को कम से कम इतनी जानकारी मिलनी चाहिए कि वे आपकी वेबसाइट या ऐप्लिकेशन में विज्ञापन कंट्रोल करने वाली सेटिंग तक आसानी से पहुंच सकें. इसके अलावा, उन्हें यह जानकारी भी दी जानी चाहिए कि Google से उपलब्ध कराए गए या अपने डिवाइस के ज़रिए सामान्य कंट्रोल (सेटिंग) तक वे आसानी से कैसे पहुंच सकते हैं.

Google के किन अन्य प्रॉडक्ट पर यह नीति लागू होती है?

विज्ञापनों और माप से जुड़े दूसरे प्रॉडक्ट के साथ-साथ, अन्य Google प्रॉडक्ट में भी इस नीति के बारे में बताया गया है. उदाहरण के लिए, Google Maps Platform की सेवा की शर्तें, YouTube API सेवाओं की सेवा की शर्तें, reCAPTCHA की सेवा की शर्तें और Blogger में.

इस नीति के तहत, किस तरह के विज्ञापनों को दर्शकों की पसंद को ध्यान में रखकर दिखाए जाने वाले विज्ञापन माना जाता है?

लोगों के हिसाब से विज्ञापन दिखाना (जिसे पहले पसंद पर आधारित विज्ञापन कहा जाता था) एक बेहतरीन टूल है. इससे उपयोगकर्ताओं को काम के विज्ञापन दिखाए जा सकते हैं. साथ ही, विज्ञापन देने वाले लोग लागत पर मुनाफ़ा (आरओआई) बढ़ा सकते हैं. हम अपने सभी प्रकाशक प्रॉडक्ट में, उपयोगकर्ता की दिलचस्पी का अंदाज़ा लगाने के लिए उन साइटों को आधार बनाते हैं जिन पर वे जाते हैं या जो ऐप्लिकेशन वे इस्तेमाल करते हैं. इसकी मदद से विज्ञापन देने वाले, उपयोगकर्ताओं की दिलचस्पी के हिसाब से विज्ञापन दिखा पाते हैं. इससे उपयोगकर्ताओं और विज्ञापन देने वालों को बेहतर अनुभव देने में मदद मिलती है. ज़्यादा जानने के लिए, आप हमारी लोगों के हिसाब से दिखाए जाने वाले विज्ञापन की विज्ञापन नीति देख सकते हैं.

Google उन विज्ञापनों को, लोगों के हिसाब से बनाया गया विज्ञापन मानता है जो पहले से इकट्ठा किए गए डेटा या पुराने डेटा के आधार पर दिखाए जाते हैं. इस डेटा में, उपयोगकर्ता की पिछली खोज क्वेरी, गतिविधि, साइटों या ऐप्लिकेशन पर आने/जाने, जगह, उम्र, लिंग, आय, शिक्षा वगैरह की जानकारी शामिल होती है. इसमें खास तौर पर आगे दी गई चीज़ें शामिल हैं. उदाहरण के लिए: उम्र, शिक्षा वगैरह के हिसाब से टारगेट करना, दिलचस्पी के हिसाब से टारगेट करना, फिर से मार्केटिंग करना (रीमार्केटिंग), ग्राहक मिलान सूची के आधार पर टारगेट करना, Google Marketing Platform में अपलोड की गई उपयोगकर्ताओं (दर्शकों) की सूचियों को टारगेट करना.

इस नीति के तहत, किस तरह के विज्ञापनों को “लोगों के हिसाब से न दिखाए जाने वाले विज्ञापन” माना जाता है?

लोगों के हिसाब से न दिखाए जाने वाले विज्ञापन सिर्फ़ संदर्भ से जुड़ी जानकारी का इस्तेमाल करते हैं. इसमें जगह की सामान्य (शहर के हिसाब से) जानकारी और फ़िलहाल इस्तेमाल की जा रही साइट या ऐप्लिकेशन के कॉन्टेंट शामिल हैं. उपयोगकर्ता को ये विज्ञापन उनकी पसंद या पहले की गतिविधि के हिसाब से नहीं दिखाए जाते.

इस नीति के तहत, किस तरह के विज्ञापनों को “विज्ञापनों को सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा” माना जाता है?

जब विज्ञापनों को दर्शकों के हिसाब से बनाने के लिए, निजी डेटा को इकट्ठा करने, उन्हें शेयर करने, और उनका इस्तेमाल करने जैसी सुविधाओं को बंद करने के साथ-साथ, विज्ञापनों को Ad Manager और AdMob इंप्रेशन के लिए सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा चालू होती है, तो उपयोगकर्ताओं के डिवाइस पर कुकी, उपयोगकर्ता की पहचान करने वाली जानकारी या इस तरह के किसी लोकल स्टोरेज को Google ऐक्सेस नहीं करता. ध्यान दें कि विज्ञापन की सेवा देने वाली टेक्नोलॉजी (हमारे JavaScript टैग और/या हमारे SDK टूल कोड), अब भी उपयोगकर्ताओं के ब्राउज़र और मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम की सामान्य कार्रवाई के तौर पर कैश या इंस्टॉल किए जाएंगे. ज़्यादा जानकारी के लिए, Ad Manager और AdMob सहायता केंद्रों पर जाएं.

अगर उपयोगकर्ताओं को उनके निजी डेटा का इस्तेमाल कानूनी हित के लिए किए जाने पर आपत्ति हो या वे ऐसा करने से ऑप्ट आउट करते हैं, तो क्या मैं विज्ञापनों को सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा का इस्तेमाल कर सकता/सकती हूं?

नहीं, इन परिस्थितियों में 'विज्ञापनों को सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा' का इस्तेमाल करना सही समाधान नहीं होगा. Google की 'विज्ञापनों को सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा,' कुकी पर या मोबाइल से पहचान बताने वाली जानकारी (मोबाइल आइडेंटिफ़ायर) पर भरोसा नहीं करती, लेकिन हमें बुनियादी तौर पर विज्ञापन दिखाने की सेवा और मेज़रमेंट जैसी सुविधाओं के लिए एक कानूनी आधार की ज़रूरत होती है.

इस नीति के तहत तब भी कुकी के लिए सहमति की ज़रूरत क्यों है, जब इसे दर्शकों की दिलचस्पी जानने के अलावा, विज्ञापनों की परफ़ॉर्मेंस की जानकारी जुटाने जैसे दूसरे कामों के लिए इस्तेमाल किया जाता है?

Google, कुकी या मोबाइल पहचानकर्ताओं का इस्तेमाल, उपयाेगकर्ताओं की पसंद को ध्यान में रखकर या न रखकर विज्ञापन दिखाने के लिए करता है. इनकी मदद से धोखाधड़ी और बुरे बर्ताव को रोकने, फ़्रीक्वेंसी कैपिंग (उपयोगकर्ता को विज्ञापन दिखाने की सीमा तय करना), और विज्ञापनों की ज़रूरी जानकारी वाली रिपोर्ट देने जैसे काम किए जा सकते हैं. हमारी इस नीति के तहत, उन देशों के उपयोगकर्ताओं की कुकी और मोबाइल पहचानकर्ताओं का इस्तेमाल करने के लिए सहमति लेनी ज़रूरी है जहां ईयू ई-निजता निर्देश के कुकी से जुड़े नियम लागू होते हैं. हम मानते हैं कि ई-निजता कानून का पालन करने से जुड़े निर्देश पूरे यूरोप में एक जैसे नहीं हैं. इसी वजह से “जहां कानूनी तौर पर ज़रूरी है” वहां हमारी नीति, कुकी और मोबाइल पहचानकर्ताओं का इस्तेमाल करने के लिए सहमति लेने को कहती है. प्रकाशक, Ad Manager और AdMob के साथ 'विज्ञापनों को सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा' को इस्तेमाल करने का विकल्प चुन सकते हैं. ऐसा तब हो सकता है, जब कुकी या अन्य लोकल स्टोरेज के लिए सहमति न मिले. (विज्ञापनों को दर्शकों के हिसाब से बनाने के लिए, निजी डेटा को इकट्ठा करने, उन्हें शेयर करने, और उनका इस्तेमाल करने जैसी सुविधाओं को बंद करने के साथ-साथ-साथ, यह सुविधा Google की ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति के मुताबिक कुकी या अन्य लोकल स्टोरेज का इस्तेमाल नहीं करती. इसका मतलब है कि आप नीति के तहत इस सुविधा का इस्तेमाल तब भी कर सकते हैं, जब असली उपयोगकर्ता से सहमति का अनुरोध न किया गया हो या उपयोगकर्ता ने सहमति के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया हो. आपको अपने अधिकार क्षेत्र में लागू स्थानीय कानून के आधार पर, ज़रूरी सूचना और सहमति के साथ-साथ नीतियों के पालन से जुड़ी अपनी जवाबदेही का आकलन करना चाहिए.) ज़्यादा जानकारी के लिए, Ad Manager और AdMob सहायता केंद्रों पर जाएं.

अगर मैं विज्ञापन देने वाला व्यक्ति हूं और मेरी साइट पर Google के प्रॉडक्ट इस्तेमाल हो रहे हैं, तो क्या होगा?

अगर आप अपने पेज पर विज्ञापनों से जुड़े प्रॉडक्ट, जैसे कि Google Ads या Google Marketing Platform के लिए टैग का इस्तेमाल करते हैं, तो आपको ईईए और यूके के उपयोगकर्ताओं से सहमति लेनी होगी. Google की ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति का पालन करने के लिए ऐसा करना ज़रूरी है. हमारी नीति के तहत, विज्ञापनों की परफ़ॉर्मेंस आंकने में इस्तेमाल होने वाली कुकी और दर्शकों की पसंद को ध्यान में रखकर, विज्ञापन दिखाने में इस्तेमाल होने वाले निजी डेटा के लिए सहमति लेना ज़रूरी है. उदाहरण के लिए, अगर आपके पेजों पर रीमार्केटिंग टैग मौजूद हैं.

मुझे सहमति की सूचना में क्या लिखना चाहिए?

हालांकि, आपकी 'सहमति की सूचना' में क्या लिखा होगा, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि आप अपने उपयोगकर्ताओं को किस तरह के विकल्प देंगे और आप डेटा किस तरह इस्तेमाल करेंगे (उदाहरण के लिए, आपके अपने कामों के लिए या उन दूसरी सेवाओं की सहायता के लिए जिनके साथ आप काम करते हैं). मगर Google की साइट CookieChoices.org पर हमारी सुझाई गई सूचना आपके लिए कारगर साबित हो सकती है.

अगर मैं एक प्रकाशक हूं जो ईईए और यूके में मौजूद उपयोगकर्ताओं को सिर्फ़ ऐसे विज्ञापन दिखा रहा है जिनमें उनकी पसंद को ध्यान में नहीं रखा गया है, तो क्या होगा?

अगर आप अपनी साइट पर आने वाले उपयोगकर्ताओं की पसंद को ध्यान में रखकर विज्ञापन नहीं दिखाते. साथ ही, आपकी साइट पर आने की वजह से, कहीं और दिखाए गए विज्ञापनों पर कोई असर नहीं पड़ता, ताे भी आपको उन जगहाें के उपयाेगकर्ताओं की कुकी या मोबाइल पहचानकर्ताओं का इस्तेमाल करने के लिए, सहमति लेनी होगी जहां इसकी कानूनी रूप से ज़रूरत है. कुकी या मोबाइल पहचानकर्ताओं का इस्तेमाल करने के लिए भी सहमति लेनी ज़रूरी है, क्योंकि दर्शकों की पसंद को ध्यान में न रखकर दिखाए जाने वाले विज्ञापनों में भी कुकी का इस्तेमाल होता है. इनमें कुकी का इस्तेमाल, धोखाधड़ी और बुरे बर्ताव को रोकने, फ़्रीक्वेंसी कैपिंग, और विज्ञापनों की ज़रूरी जानकारी वाली रिपोर्ट देने जैसे कामों के लिए होता है. CookieChoices.org पर उस सूचना का उदाहरण भी दिया गया है जो इस मामले में सही हो सकती है.

Ad Manager और AdMob इंप्रेशन के लिए, आप विज्ञापनों को सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा के साथ कमाई करने का विकल्प भी चुन सकते हैं. जब विज्ञापनों को दर्शकों के हिसाब से बनाने के लिए, निजी डेटा को इकट्ठा करने, उन्हें शेयर करने, और उनका इस्तेमाल करने जैसी सुविधाओं को बंद करने के साथ-साथ, विज्ञापनों को सीमित तौर पर दिखाए जाने की सुविधा चालू होती है, तो Google असली उपयोगकर्ताओं के डिवाइस पर कुकी, उपयोगकर्ता की पहचान करने वाली जानकारी या इस तरह के किसी लोकल स्टोरेज को ऐक्सेस नहीं करता. ध्यान दें कि विज्ञापन की सेवा देने वाली टेक्नोलॉजी (हमारे JavaScript टैग और/या हमारे SDK टूल कोड), अब भी उपयोगकर्ताओं के ब्राउज़र और मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम की सामान्य कार्रवाई के तौर पर कैश या इंस्टॉल किए जाएंगे. जैसा कि Google की 'ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति' में बताया गया है, यह सुविधा कुकी या अन्य लोकल स्टोरेज का इस्तेमाल नहीं करती. इसका मतलब यह है कि आप नीति के मुताबिक इस सुविधा का इस्तेमाल तब भी कर सकते हैं, जब असली उपयोगकर्ता से सहमति का अनुरोध न किया गया हो या उस अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया हो. आपको अपने अधिकार क्षेत्र में लागू स्थानीय कानून के आधार पर, ज़रूरी सूचना और सहमति के साथ-साथ नीतियों के पालन से जुड़ी अपनी जवाबदेही का आकलन करना चाहिए. ज़्यादा जानकारी के लिए, Ad Manager और AdMob सहायता केंद्रों पर जाएं.

मुझे अपने उपयोगकर्ताओं को किस तरह के विकल्प देने होंगे?

Google की नीति यह नहीं बताती है कि उपयोगकर्ताओं को किस तरह के विकल्प दिए जाने चाहिए. कुछ प्रकाशक, दर्शकों की पसंद को ध्यान में रखकर और पसंद को ध्यान में न रखकर दिखाए जाने वाले, दोनों विज्ञापनों में से किसी एक को चुनने का विकल्प रख सकते हैं. वहीं कुछ प्रकाशक अपने उपयोगकर्ताओं को अलग-अलग विकल्प चुनने का मौका दे सकते हैं.

अगर मेरी ओर से किसी ऐप्लिकेशन के लिए सहमति की सूचना लिखी जा रही है, तो क्या होगा?

मोबाइल ऐप्लिकेशन आम तौर पर कुकी इस्तेमाल नहीं करते. Google Ad Manager और AdMob जैसे प्रॉडक्ट पर, ऐप्लिकेशन में विज्ञापन आईडी के ज़रिए विज्ञापन दिखाने की सुविधा काम करती है. ये आईडी, Android और iOS ऑपरेटिंग सिस्टम उपलब्ध कराते हैं. इसलिए, आप चाहें तो सूचना में यह लिख सकते हैं कि आप कुकी के बजाय, "डिवाइस के एक पहचानकर्ता" का इस्तेमाल करते हैं. इसकी मदद से, आप Google की नीति से जुड़ी ज़रूरी शर्तें वहां पूरी कर पाएंगे जहां “डिवाइस की अन्य मेमोरी” का इस्तेमाल करने के लिए, सहमति मांगी जाती है.

क्या Google को ऐप्लिकेशन के लिए, किसी खास तरीके के सहमति जताने वाले मैसेज की ज़रूरत होती है?

कानून के मुताबिक, उपयोगकर्ता की सहमति कानूनी रूप से वैध होनी चाहिए, उपयोगकर्ता ने बिना किसी दबाव के सहमति दी हो, सहमति की शर्तें साफ़ हों, उपयोगकर्ता को अच्छी तरह जानकारी दी गई हो, और उसमें ऐसी कोई जानकारी न हो जो गुमराह करती हो, लेकिन इसके लिए किसी खास तरह के सहमति जताने वाले मैसेज की ज़रूरत नहीं होती है. हमारी ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति के मुताबिक सहमति जताने वाले मैसेज में ज़रूरत को ध्यान में रखते हुए बदलाव किया जा सकता है. साथ ही, उपयोगकर्ताओं को ज़्यादा विकल्प दिए जा सकते हैं.

हमारी CookieChoices.org साइट, प्रकाशक और विज्ञापन देने वालों की सहमति जताने वाले मैसेज के कुछ उदाहरण पेश करती है जो आपके ऐप्लिकेशन के लिए काम के हो सकते हैं. इन मैसेज को लागू करने से, मोबाइल डिवाइस पहचानकर्ता को इस्तेमाल करने और लोगों के हिसाब से विज्ञापन दिखाने के दौरान, आपको नीति से जुड़ी शर्तों को पूरा करने में मदद मिल सकती है. हम समझते हैं कि कुछ ऐप्लिकेशन डेवलपर इन उदाहरणों को अपना सकते हैं, जबकि कुछ डेवलपर ऐप्लिकेशन पहली बार खोलने पर उपयोगकर्ताओं को इस बात की सूचना दे सकते हैं कि अगर वे अपने डिवाइस आइडेंटिफ़ायर की जानकारी शेयर करने और/या अपनी पसंद के मुताबिक बनाए गए विज्ञापन देखने की सहमति नहीं देते हैं, तो उन्हें ऐप्लिकेशन अनइंस्टॉल कर देना चाहिए.

सहमति को लेकर होने वाली समस्याएं कहां ठीक हो सकती हैं?

एएमपी में कुछ सुविधाएं हैं जिनका इस्तेमाल सहमति को लेकर होने वाली समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जा सकता है. हमने Google Ad Manager और AdMob के लिए भी, सहमति को लेकर होने वाली समस्याओं को ठीक करने का एक तरीका खोजा है. हालांकि, आपको खुद ही 'सहमति का उपाय' बनाना चाहिए या दूसरे विक्रेता उपाय इस्तेमाल करने चाहिए. Cookiechoices.org पर कुछ ऐसे विक्रेताओं की सूचियां मौजूद हैं जो Google की नीति की ज़रूरत के हिसाब से ऐसे उपाय बताते हैं जिनसे 'सहमति का उपाय' तैयार किया जा सकता है.

अगर आप अपनी साइट पर Google AdSense या Google Ad Manager जैसे प्रॉडक्ट इस्तेमाल कर रहे हैं, तो आपको अपनी पसंद के समाधान को पेज पर मौजूद विज्ञापन टैग के हिसाब से बनाना चाहिए. इससे आपके उपयोगकर्ताओं ने जो प्राथमिकताएं तय की हैं उनका खयाल रखा जाएगा. ऐसा करने के लिए हर वेंडर, निर्देश या सहायता सेवाएं उपलब्ध कराता है. अगर आप अपने पेज पर मौजूद सभी टैग के लिए यह तरीके नहीं अपनाते हैं, तो इससे आपके उपयोगकर्ता गुमराह हो सकते हैं. उन्हें यह लगेगा कि वे विज्ञापन कुकी की सुविधा बंद कर रहे हैं जबकि असल में विज्ञापन कुकी फिर भी इस्तेमाल की जा रही होंगी. इसलिए, अपनी साइट पर इन टूल को लागू करके, ध्यान से इनकी जांच करें.

पार्टनर को कैसे तय करना चाहिए कि उन्हें 'सहमति के मैनेजमेंट से जुड़े प्लैटफ़ॉर्म (सीएमपी)' की सेवा देने वाली किस कंपनी का इस्तेमाल करना है?

पार्टनर, Funding Choices (ज़्यादा जानकारी के लिए कृपया यहां जाएं) का इस्तेमाल करके, सहमति के लिए खुद के समाधान बना सकते हैं. इसके अलावा, वे तीसरे पक्ष के सीएमपी का इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर पार्टनर पहले से किसी सीएमपी का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो उन्हें अपनी ज़रूरतों के हिसाब से सहमति के समाधान पाने के लिए, अपने कानूनी विभाग से संपर्क करना चाहिए. साथ ही, उन्हें यह भी पक्का करना चाहिए कि अलग-अलग ज़रूरतों के हिसाब से समाधान में बदलाव किए जा सकें.

सीएमपी सेवा देने वाली सही कंपनी चुनने में मदद पाने के लिए कई बाहरी स्रोत मौजूद हैं. इनमें आईएबी की पारदर्शिता और सहमति वाले फ़्रेमवर्क से रजिस्टर हुए सीएमपी की सूची शामिल है. ध्यान दें, इस सूची में न तो सभी उपलब्ध CMP की जानकारी है और न ही यह सूची इनमें से किसी भी CMP को अपनाने से Google की ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति के पालन होने की गारंटी देता है, क्योंकि यह उपयोगकर्ताओं को पेश किए जाने वाले खास 'सहमति जताने वाले मैसेज' पर निर्भर करता है (इससे जुड़े ज़्यादा निर्देश के लिए, ऊपर दिया गया सवाल देखें “सहमति के तरीके को लागू करने के दौरान होने वाली गलतियों से बचने के लिए, पार्टनर के लिए चेकलिस्ट”).

तीसरे पक्ष की कौन सी कंपनियां असली उपयोगकर्ताओं के निजी डेटा को इकट्ठा करती हैं और मुझे उनकी पहचान कैसे करनी चाहिए?

वेबसाइट और ऐप्लिकेशन पर विज्ञापन दिखाने और अपने विज्ञापन कैंपेन की परफ़ॉर्मेंस आंकने के लिए, Google के विज्ञापन सिस्टम इस्तेमाल करने वाले विज्ञापन देने वाले और प्रकाशक तीसरे पक्षों का इस्तेमाल करते हैं. Google के साथ-साथ, इस नीति के तहत हर उस पक्ष की साफ़ तौर पर पहचान करना ज़रूरी है जो आपके Google प्रॉडक्ट इस्तेमाल करने की वजह से असली उपयोगकर्ताओं का डेटा हासिल कर सकता है, उसे इकट्ठा और/या इस्तेमाल कर सकता है. AdSense, Google Ad Manager, और AdMob में ऐसी सुविधाएं मौजूद हैं जिनसे आप अपनी साइट या ऐप्लिकेशन पर डेटा इकट्ठा करने के लिए वेंडर चुन सकते हैं.

मेरी साइट यूरोप की नहीं है. क्या यह नीति मुझ पर लागू होती है?

हां, अगर आप ऐसे Google प्रॉडक्ट इस्तेमाल करते हैं जिन पर यह नीति लागू होती है. इसके अलावा, ईईए या यूके के उपयोगकर्ता अगर आपकी सेवाएं इस्तेमाल करते हैं, तो यह नीति आप पर लागू होगी.

एक प्रकाशक के तौर पर, मेरा कोई भी कैंपेन ईईए या यूके को टारगेट नहीं करता. क्या सहमति लेने की यह शर्त अब भी मुझ पर लागू होती है?

अगर इन देशों के उपयोगकर्ताओं के लिए साइट से Google की सेवाएं हटा दी गई हैं, तो सहमति की ज़रूरत नहीं होगी. हालांकि, अगर Google की सेवाओं का इस्तेमाल होता है, लेकिन विज्ञापन नहीं दिखाए जाते हैं, तब सहमति लेना ज़रूरी होगा. ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि Google Ad Manager कुकी इस्तेमाल करता है. हमारी नीति के तहत ऐसी कुकी के लिए सहमति लेना ज़रूरी है जिनका इस्तेमाल मेज़रमेंट के लिए किया जाता है. Google Ad Manager निजी डेटा भी जमा करता है. हालांकि, ऐसा तभी होता है, जब तक दर्शकों की पसंद को ध्यान में नहीं रखकर दिखाए जाने वाले विज्ञापनों के लिए यह अनुरोध न किया जाए. साथ ही, ईयू (यूरोपीय संघ) उपयोगकर्ता से सहमति लेने की सेटिंग या अनुरोध में न दिखाया जाए.

सहमति लेने का तरीका कैसे तैयार किया जा सकता है?

अगर आप पक्के तौर पर नहीं जानते कि शुरुआत कहां से की जाए, तो CookieChoices.org पर जाएं. यहां कुछ ऐसे संसाधन दिए गए हैं जिनकी मदद से वेबसाइट और ऐप्लिकेशन पर सहमति लेने के तरीके तैयार किए जा सकते हैं.

हमारा संगठन कानूनी बातों को अलग नज़रिए से देखता है. हम जानकारी ज़ाहिर करने और सहमति के लिए एक अलग मापदंड लागू करना चाहते हैं. क्या यह मुमकिन है?

Google, यूरोप में उपलब्ध कराई जाने वाली सभी सेवाओं के लिए, जीडीपीआर का पालन करता है. इसमें यूके के कानून के मुताबिक लागू होने वाली सीमा तक पालन करना भी शामिल है. हमारी ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति में किए गए बदलाव से, ईयू में लागू डेटा सुरक्षा के अधिकारों के लिए प्रतिबद्धता और मार्गदर्शन की झलक मिलती है. हालांकि, हम इस पेशे के दूसरे प्रकाशकों और पार्टनर के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं जिससे उन्हें ऐसे बदलावों से मदद मिल सके. हम कानून और पेशे में होने वाले बदलावों की समीक्षा करना जारी रखेंगे और उसी हिसाब से इस नीति में, अपनी ज़रूरतों और सुझावों के मुताबिक बदलाव करेंगे.

हमें विज्ञापनों की परफ़ॉर्मेंस आंकने के लिए सहमति लेना क्यों ज़रूरी है — क्या यह कानूनी तौर पर सही है?

विज्ञापनों की परफ़ॉरमेंस का पता लगाने में मदद के लिए, Google, कुकी या मोबाइल विज्ञापन पहचानकर्ता इस्तेमाल करता है. ई-निजता के मौजूदा कानूनों के तहत, इसके लिए उपयोगकर्ता की सहमति लेना ज़रूरी है. ऐसा उन देशों में है जहां स्थानीय कानूनों के तहत ऐसी सहमति लेना ज़रूरी होता है. इसी तरह, हमारी नीति के तहत भी जहां यह कानून लागू होता है वहां पसंद के मुताबिक विज्ञापन दिखाने और विज्ञापनों की परफ़ॉर्मेंस आंकने के लिए सहमति ज़रूरी है. सहमति लेनी तब भी ज़रूरी है, जब जीडीपीआर के लिए विज्ञापनों की परफ़ॉर्मेंस आंकना किसी के लिए कानूनी तौर पर सही हो.

सहमति, टैग चालू होने से पहले ली जानी चाहिए या यह बाद में भी ली जा सकती है?

जीडीपीआर के मुताबिक यह ज़रूरी है कि दर्शकों की पसंद को ध्यान में रखकर दिखाए जाने वाले विज्ञापनों के लिए, पेज पर Google के टैग चालू होने से पहले ही सहमति ले ली जानी चाहिए. ई-निजता निर्देश के तहत, कुकी लगाने या इस्तेमाल करने के लिए सहमति लेना ज़रूरी है. हालांकि, पूरे यूरोप में ई-निजता के नियम एक जैसे नहीं हैं. इसलिए, हमारी नीति के तहत कुकी और मोबाइल पहचानकर्ताओं का इस्तेमाल करने के लिए, उन जगहों के उपयोगकर्ताओं की सहमति ज़रूरी है जहां कानूनी तौर पर इसकी ज़रूरत पड़ती है. कुछ लोगों के लिए कुकी सेट करने से पहले ही उपयोगकर्ता की सहमति लेने का निर्देश जारी किया गया है. वहीं, कुछ लोगों के लिए कुकी सेट करते समय ही सहमति पाने की अनुमति दी गई है.

नियमों से जुड़े दिशा-निर्देश बताते हैं कि ई-निजता निर्देश के तहत, कुकी के लिए सहमति लेने पर जीडीपीआर लागू होगा. हालांकि, यह साफ़ तौर पर नहीं बताया गया है कि इन कानूनों को एक साथ कैसे लागू किया जाएगा. हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में नियम बनाने और लागू करने वालों से बेहतर सहायता मिल पाएगी और उसी हिसाब से हम अपनी सहायता सामग्री में बदलाव करेंगे. तब तक, जो ग्राहक दर्शकों की पसंद को ध्यान में रखकर बनाए गए विज्ञापन के लिए सहमति नहीं ले रहे हैं उन पर राष्ट्रीय स्तर के कानून लागू किए जाएंगे. ये कानून कुकी के लिए सहमति लेने से जुड़े होंगे. साथ ही, हम कुकी के लिए सहमति लेने से जुड़े मौजूदा कानूनों और उन्हें लागू करने की प्रोसेस में फ़िलहाल कोई बदलाव नहीं कर रहे हैं.

क्लिक ट्रैकर इस्तेमाल करने पर क्या होगा?

जब भी विज्ञापन देने वाले लोग तीसरे पक्ष की, क्लिक के बारे में जानकारी देने वाली तकनीक का इस्तेमाल करते हैं (मतलब जहां किसी विज्ञापन पर क्लिक करके उपयोगकर्ता का ब्राउज़र, तीसरे पक्ष के विज्ञापनों की परफ़ॉर्मेंस आंकने वाले वेंडर से होते हुए, विज्ञापन देने वाले के लैंडिंग पेज पर पहुंच जाता है), तो वहां लागू होने वाले कानून का पालन किया जाना चाहिए. प्रकाशकों के लिए Google से जुड़े वेंडर के नियंत्रण, क्लिक का पता लगाने वाली तकनीकों को ध्यान में रखकर नहीं बनाए गए हैं.

मुझे किन चीज़ों का रिकॉर्ड रखना होगा?

हमारी नीति के मुताबिक ग्राहकों की सहमति से जुड़े सभी रिकॉर्ड संभालकर रखने ज़रूरी हैं. इस रिकॉर्ड में कम से कम वह लेख और विकल्प शामिल होने चाहिए जो उपयोगकर्ता को सहमति के तरीके के तौर पर दिए गए थे. साथ ही, उपयोगकर्ता से मिली सहमति की तारीख और समय भी इसमें शामिल होना चाहिए.

मैं, आईएबी से प्रमाणित सहमति प्रबंधन प्लैटफ़ॉर्म (सीएमपी) का इस्तेमाल करता हूं. इसके बावजूद, मेरी साइट पर मौजूद सहमति लेने के तरीके को ज़रूरी शर्तें पूरी नहीं करने वाला क्यों बताया गया है?

आप कोई भी सीएमपी इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि, यह देख लें कि आप ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी नीति की सभी शर्तें पूरी करते हों. IAB फ़्रेमवर्क CMP के मामले में अगस्त 2020 से पहले, Google ने IAB पारदर्शिता और सहमति फ़्रेमवर्क के साथ इंटिग्रेट नहीं किया था; और हो सकता है कि Google उन वेंडर की सूची में नहीं दिखा जो आपके CMP उपयोगकर्ताओं को दिखाते हैं. इसका मतलब यह हुआ कि हो सकता है “हर उस पार्टी की पहचान करने की जो Google प्रॉडक्ट के इस्तेमाल करने पर, असली उपयोगकर्ताओं के निजी डेटा को इकट्ठा करता है, उसे स्वीकार करता है या उसका इस्तेमाल करता है” की सहमति नीति की शर्त का पालन न हो रहा हो.

अगस्त 2020 तक, Google ने IAB पारदर्शिता और सहमति फ़्रेमवर्क के वर्शन 2 के साथ इंटिग्रेट किया था. इसलिए, IAB ग्लोबल वेंडर सूची में चुने जाने के लिए, “Google के विज्ञापन वाले प्रॉडक्ट” वेंडर के तौर पर उपलब्ध रहेंगे


वनिता कासनियां पंजाब स नीति में किए गए बदलाव

Google की ईयू उपयोगकर्ता की सहमति से जुड़ी मूल नीति 25 मई 2018 को अपडेट की गई थी. यूरोपीय संघ के यूके के साथ मज़बूत होते संबंधों को दिखाने के लिए, 31 अक्टूबर, 2019 काे कुछ बदलाव किए गए थे. फ़िलहाल, इस नीति में किसी तरह के बदलाव नहीं किए जाएंगे. हालांकि, जैसा ऊपर बताया गया है, हम कानून और पेशे में होने वाले बदलावों की जांच करना जारी रखेंगे. साथ ही, उसी हिसाब से इस नीति में अपनी ज़रूरतों और सुझावों के मुताबिक बदलाव करेंगे.

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आप Use कर सकते हो। कुछ Broken Link Checker Tools के नाम इस प्रकार हैं ;SitecheckerSEMrushScreaming FrogGoogle WebmasterDead Link CheckerAhrefs Broken Link CheckerIntegrity Link CheckerDr. Link Checkerनिष्कर्षदोस्तों हमने इस Article के जरिये जाना है कि Broken Link Kya Hai इसका क्या मतलब होता है और ये Broken Links किन कारणों से बनती हैं और इन्हें WordPress और Wix में किस तरह से Check करके Fix किया जाता है। इसमें कुछ Broken Link Checker Tools भी बताये गए हैं जिनकी मदद से आप अपनी Website में मौजूद Broken Links का पता लगा सकते हो और उन Broken Links को Unlink, Update तथा Redirect भी कर सकते हो। ऐसा करने से आपकी Website Grow होगी। क्योंकि इन Broken Links का Visitors और Search Engine दोनों पर बुरा असर पड़ता है इसलिए आपको समय समय पर इन Tools की मदद से अपनी Website पर मौजूद Broken Links का पता लगाते रहना चाहिए। जब Broken Link मिलें तो उन्हें Fix भी कर लेना चाहिए।FAQ –Q : SEO के अनुसार broken link क्या है?Ans : ब्रोकन लिंक मतलब अब जो कार्य नहीं करती है, वो वेबसाइट अब बंद हो चुकी है.Q : डेड यूआरएल (Dead URL) क्या है?Ans : ब्रोकन लिंक को डेड यूआरएल भी कहते है.Q : ब्रोकन बेकलिंक (Broken backlink) क्या है?Ans : ब्रोकन बेकलिंक दो वेबसाइट के बीच लिंक है जो अब काम नहीं कर रही है.Q : ब्रोकन लिंक को कैसे ढूढ़ कर सकते है?Ans : आप इसे manually या plugin की मदद से ढूढ़ सकते है.Q : Broken Links Hijacking क्या है?Ans : Broken Link Hijacking ( BLH ) के बारे में, मैं आपको आसान भाषा में समझाता हूँ। जब किसी अच्छी Website का Domain Expire हो जाता है तो इस Domain से Related सभी Links किसी Attacker द्वारा अपने गलत उद्देश्य को पूरा करने के लिए Use किये जा सकते हैं। ये Attacker Internet पर यही खोज करते रहते हैं और जब उन्हें कोई अच्छी Traffic वाली Website का Expire Domain मिलता है तो वे उस Domain को खरीद लेते हैं और उस Domain को शामिल करने वली Website की सभी Broken Links को अपने दोषपूर्ण उद्देश्य को पूरा करने के लिए अपने किसी गलत Page पर Redirect करते हैं। Q : Broken link building क्या है?Ans : अगर आप Broken Link क्या है यह जानते हो तो मैं आपको Broken Link Building के बारे में बताता हूँ। Broken Link Building एक ऐसी Technique है जिसके द्वारा आप अपनी Website में मौजूद Broken Links को पता करके उन्हें ठीक कर सकते हो। क्योंकि इन Broken Links का Search Engine पर बुरा प्रभाव पड़ता है इसलिए आपको अपनी Website की Broken Links को किसी Broken Link Checker Tool की मदद से पता कर लेना चाहिए और फिर उन Broken Links को Unlink या Update कर लेना चाहिए। Other links –बाल वनिता महिला आश्रमWP Rocket - WordPress Caching Plugin

SEO Vnita Punjab   Remember Observe and React Home     Blog Blog Broken Links क्या है, ठीक करने का तरीका | What is broken links in hindi By   समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाब  - 0 ब्रोकन लिंक क्या है इसे ठीक कैसे कर सकते है (कारण, नुकसान) (What is broken links in hindi, How to fix (remove) in wordpress, How to check) दोस्तों क्या आप जानते हैं कि  Broken Link क्या है?  और ये Broken Links किन कारणों से बनते हैं क्या आपको कभी किसी Website को Open करते समय 404 Page Not Found Error देखने को मिला है यदि मिला है तो क्या आप इसका मतलब जानते हो।  क्या आप जानते हो कि पूरे Internet पर 100 करोड़ से भी ज्यादा Websites Available हैं जिनमें से लगभग 60% से 70% Websites में 25% से 30% Broken Links मौजूद हैं जिनके कारण Search Engine Results में इन Websites की Ranking Down हो जाती है। चाहे ये Websites कितने भी अच्छे Content Provide करें पर इन Broken Links की वजह से Ranking Down ही रहती है। इसलिए इन Broken Links का जल्दी से जल्दी पता करके इन्हें ठीक कर देना चाहिए।  ...

मुझे आश्चर्य होता है कि कैसे लोग झूठी जानकारी देने में हिचकते नहीं है। मैंने लोगों के कमेंट भी पढ़े। और मैं आपको एक सफल ब्लॉगर बनाने में आपकी मदद करना चाहती हूं। विश्वास कीजिए ब्लॉग वेबसाइट बनाना मुश्किल से 1–2 घंटे का काम है। By समाजसेवी वनिता कासनियां पंजाबब्लॉगर बनने से पहले क्या आप ये नहीं जानना चाहेंगे कि गूगल आपको ब्लॉग लिखने के पैसे क्यों देगा और क्यों नहीं देगा।चलिए समझते हैं गूगल का चक्र - आप सभी को पता है कि गूगल एक search engine है और इसमें न्यूज और दुनिया भर की जानकारी आप और हम लोग ही गूगल पे डालते हैं। गूगल की आमदनी का बड़ा जरिया एडवर्ड्स है, जो वो advertiser से चार्ज करता है, उनके एड्स को दिखाने के लिए। और उन एडवरटाइजर्स के एड को दिखाने के लिए गूगल को जरूरत है पार्टनर वेबसाइट्स की जहां वो एड customers को दिखाया जा सके। तभी आप पिक्चर में आते हैं, जो कि प्रभावशाली तरीके से लिखने का हुनर जानते हैं।गूगल का काम है अच्छे CONTENT को ढूंढना, क्यों? आप समझ गए होगे, क्योंकि उन्हें अपने एडवरटाइजर्स के विज्ञापन दिखाने हैं ब्लॉग हो या वेबसाइट या यू ट्यूब पे।गूगल के strong algorithm हैं जो आसानी से spammy content को ढूंढ लेती है।आपकी साइट पे एडसेंस approve Karne ki jaldi aapse ज्यादा गूगल को है। ये बात है उनके पास लाखों रिक्वेस्ट रोज आती है।अब जानते हैं आप ब्लॉगर क्यों बनना चाहते है?क्या आपने किसी से सुना है कि ये सबसे आसान तरीका है पैसे का?क्या आपने कभी कुछ स्वयं लिखा है, जिसकी बहुत तारीफ हुई हो?क्या आप अपनी बात को सशक्त रूप से हिन्दी या अंग्रेजी माध्यम में लिखने का हुनर रखते हैं?क्या आपके पास प्रत्येक दिन 2-3 टॉपिक पर ब्लॉग लिखने का वक्त है?क्या आप एक और इनकम का सोर्स पार्ट टाइम के रूप में ढूंढ रहे हैं?अगर उपरोक्त सवाल के जवाब हां है तो निश्चित आपको ब्लॉगिंग करनी चाहिए।शुरुवात कैसे करें - सबसे पहले एक अच्छे से वेबसाइट का नाम सोच लें, ढूंढ लें बाल वनिता महिला आश्रम pe ya blogger। जिसकी कीमत £5-£15 हो सकती है। कोई सवाल हो तो आप मुझसे पूछ सकते हैं। इससे आपके वेबसाइट का नाम पर्सनलाइज हो जाएगा।फिर आपको एक होस्टिंग की जरूरत पड़ेगी, वेबसाइट्स फाइल्स सर्वर पे सुरक्षित रहती है और इसका खर्च 200-300 रुपए प्रति महीने या 2000–2500 वार्षिक प्लान खरीद सकते हैं।इसके अलावा आप फ्री में भी ब्लॉगर पे जाके बना सकते हैं।सफल ब्लॉगर बनने के लिए क्या करें?एक अच्छा सा टॉपिक ढूंढें, जिसके बारे में लोग पढ़ना चाहते हैं, ना कि आपको अच्छा लगता है।उसके बारे में लिखें, लिखते समय 2 शब्द कीवर्ड 3 शब्द कीवर्ड का ध्यान रखें।अनावश्यक किसी भी शब्द को बोल्ड, उंडरलाइन ना करें, जैसा इस सवाल के जवाब में किसी ने करा है। आप ये गलती ना करें।अनावश्यक हाइपर्लिंक का प्रयोग करने से बचें।पोस्ट करें, शेयर करें अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पे।सीरियल नंबर 1–5 दुहराएं।धैर्य रखें। ना ही ताजमहल 1 दिन में बना था और ना ही रोम।शॉर्टकट तरीकों पर विश्वास करने के बजाय इसे आय का स्थायी स्रोत बनाने का प्रयास करें।कृपया कम समय में पैसा बनाने के तरीके, या थोड़े समय के अंतराल में सफल ब्लॉगर कैसे बनें, इसकी तलाश में अपना समय बर्बाद न करें।स्थिर और महान चीजों में समय लगता है।अपने आप पर विश्वास करें, जो आप लिख रहे हैं उस पर ध्यान केंद्रित करें।किसी भी विषय को चुनने से पहले हमेशा अपने आप से पूछें कि इससे किसे फायदा होगा और क्या आपका ब्लॉग किसी व्यक्ति की मदद करने वाला हैआप लेखन में प्रयास करने जा रहे हैं, इसलिए अपने घंटों के श्रम को किसी चीज़ पर लिखकर व्यर्थ न जाने दें, जिसकी किसी को परवाह नहीं है।आपके शानदार काम के लिए आपको पुरस्कृत करने के लिए Google है।कृपया याद रखें कि आप जैसे लोग Google के लिए एक परिसंपत्ति हैं, क्योंकि आप उनके लक्ष्य को आसान बनाते हैं, जो ग्राहकों को उनकी क्वेरी के लिए शीर्ष पर सही और सर्वोत्तम सामग्री मिलनी चाहिए।बाल वनिता महिला आश्रमसभी को शुभकामनाएं और हमारी मातृभाषा 'हिंदी' में इस सरल उत्तर को लिखने में मुझे 2 घंटे लगे।इसके अलावा, मैंने कई टिप्पणियाँ पढ़ी हैं जहाँ लोग अपने ब्लॉग को डिजाइन करने में और रैंकिंग बढ़ाने में मदद मांग रहे थे, मुझे आपके ब्लॉग को लगभग मुफ्त में डिज़ाइन करने में और रैंकिंग बढ़ाने में मदद करके खुशी मिलेगी।

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Bal Vanita Mahila AshramWhy does Google now ask for location information while transferring money?4Google does pay location information "to detect fraud". Say if you are in Kashmir and 6: 0

बाल वनिता महिला आश्रम गूगल पे अब लोकेशन की जानकारी क्यों मांगता है पैसे ट्रांसफर करते समय? गूगल पे लोकेशन की जानकारी "धोखाधड़ी का पता लगाने के लिए" करता है।मान लीजिये यदि आप काश्मीर में हैं और 6:00 बजे लेनदेन कर रहे हैं और फिर केरला में 6:05 पर लेनदेन कर रहे हैं तो क्या यह गलत नहीं है ?? यह सिर्फ एक बुनियादी उदाहरण है। स्थानीय डेटा कई अन्य तरीकों से भी मदद करता है जैसे इसका UPI सिस्टम जो आपके लोकेशन डेटा को स्टोर करता है न कि tez सर्वर को। Tez आपके UPI VPA और आपके द्वारा किए गए पैसे की लेनदेन को सुरक्षित रखता है। आज कल सुरक्षा बहुत महत्त्वपूर्ण हो गई है और जब से भारत मे ऑनलाइन बैंकिंग की सुविधा आई है तब से तो मानो इंटरनेट पर भूचाल ही आ गया है कभी रोज़ खबरे ऐसी खबरे सुनने को मिलती है की मेरे अकाउंट से पैसे गायब हो गये, किसी ने मेरे बैंक अकाउंट हैक कर लिया। कुछ जानकारी जिससे आप खुद को हैक होने से बचा सकते हैं। मोबाइल फ़ोन की बहुत सारी ऐप्स को अक्सर आपके डिवाइस पर विभिन्न स्थानों में फ़ाइलों को बनाने और सहेजने की अनुमति होती है, जिनमें से कुछ ऐप्स डिलीट होने के बाद भी उनकी फ़ाईले क...